भोपाल
उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आया सकारात्मक बदलाव एक शुभ संकेत है। विशेष रूप से इस क्षेत्र में आने वाले युवाओं के लिये यह बेहद महत्वपूर्ण है।
पटवारी आज यहां पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी भोपाल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान फिल्म निर्माण कार्यशाला के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक संसाधनों के अभाव में छात्रों को फिल्म निर्माण में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। आज स्थितियों में परिवर्तन हुआ है और कई बाधाएँ दूर हो गयी हैं। एक कैरियर के तौर पर छात्रों के लिये फिल्म निर्माण सुगम और सुनहरे भविष्य का वादा करता है।
वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर ने कहा कि आमजन विज्ञान से दूर है। फिल्मों के माध्यम से तर्क और तथ्यों के साथ विज्ञान को आसानी से समझाया जा सकता है। इस अवसर पर माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान का दखल है। वैज्ञानिक पहलुओं को विज्ञान फिल्मों के माध्यम से आसानी से समझाया जा सकता है। बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.जे. राव ने कहा कि फिल्म निर्माण में टीम वर्क महत्वपूर्ण होता है। पब्लिक रिलेशंस सोसायटी के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि विज्ञान फिल्में समाज में व्याप्त अंधविश्वासों एवं कुरीतियों को भी दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मिशन मंगल के डायरेक्टर जगन शक्ति ने कहा कि विज्ञान फिल्में बनाने के पहले बेहतर रिसर्च करने की आवश्यकता होती है। वैज्ञानिक शब्दावली को समझना और उसे रोचक और सरल रूप में प्रस्तुत करना ऐसी फिल्मों के लिये चुनौती होती है। वर्कशॉप में फिल्म दिखाई गई एवं फीडबैक साझा किये गये।