भोपाल
आरोपी अमरदीप भावरकर ने बेरोजगारों को लूटने के लिए एक फर्जी वेबसाईट (Fake Website) बनवाई थी. अमरदीप भावरकर उर्फ अपिल जैन ने अपने साथी प्रशांत तिवारी के साथ मिलकर फर्जी वेबसाइट पर नौकरी (Job) के लिए झूठा विज्ञापन (Fake Advertisement) जारी किया. इस विज्ञापन में विभिन्न प्राइवेट पदों पर नौकरी के लिए आवेदकों से 250 से लेकर 350 रुपये तक डिमांड ड्रॉफ्ट के जरिए मांगे गए. आरोपियों के झांसे में आकर कई युवाओं ने इस राशि को डिमांड ड्रॉफ्ट के जरिए भेजा. आरोपियों ने फर्जी नाम और दस्तावेजों के साथ खोले गये विभिन्न बैंकों के 7 खातों में पैसों को जमा करवाकर एटीएम के जरिए करीब 5,61,445 रुपए निकाल लिए थे.
ईओडब्ल्यू ने सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है. इस मामले की जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि वेबसाईट बनवाने के लिए आरोपी अमरदीप भावरकर के दोस्त कुशल पाहुजा और अमित वाधवानी ने भी मदद की थी. इसके लिए एक लेटर ऑफ एग्रीमेंट और अन्य संबंधित दस्तावेजों की आवश्यकता थी. कुशल पाहुजा के फर्जी कंटेंट की मदद से अमित वाधवानी ने फर्जी वेबसाइट तैयार की थी.