वाराणसी –
वाराणसी में अब कुछ धुंध छंट गई, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है, हालांकि प्रदूषण अभी बरकरार है। काशी में इस प्रदूषित हवा से बचने के लिए इंसानों के साथ-साथ भोलेनाथ समेत सभी देवी-देवताओं को मास्क पहनना पड़ रहा है। जी हां ये कोई सुनी सुनाई बात नहीं ये हकीकत है कि धर्म नगरी में अब भगवान भी वायु प्रदुषण के चपेट में आ गए हैं।
दीपावली के बाद से ही देश में वायु प्रदुषण का कहर जारी है। जिसके जद में धर्म नगरी वाराणसी भी आ चुकी है। आलम ये हैं कि यहाँ पीएम 2.5 का इंडेक्स 350 के करीब पहुंच चुका है। ऐसे में जहां लोग इस जहर से बचने के लिए मास्क का प्रयोग कर रहे हैं तो वहीँ अब मंदिरों में स्थापित देवी देवताओं को भी मास्क पहनाया जा रहा है।
दरअसल ये मान्यता है कि गर्मी में चन्दन का लेप तो ठण्ड में साल भगवान को अर्पित की जाती है ताकि ठंड और गर्मी का प्रकोप भगवान ज्यादा न होने दें। ऐसे में वाराणसी के सिगरा स्थित मंदिर में पर्यावरण की इस स्थिति को देखने हुए पुजारी हरीश मिश्रा और भक्तों ने बाबा भोलेनाथ समेत देवी दुर्गा और काली माता समेत साईं बाबा का पूजन कर मास्क पहनाया। ताकि इस जहरीले प्रदुषण से भगवान राहत दें तो वहीँ इस पर्यावरण से उन्हें भी कोई नुकसान न हो।