रायपुर
नगरीय निकाय के लिए जिन जगहों पर महापौर व सभापति चुने गए हैं कांग्रेस की बहुमत देखकर भाजपा चौकस हो गई है। भाजपा के बड़े नेता राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर रामसिंह से मिले और उन्हे बताया कि मोबाइल व पेन कमाल कर रहा है। इसलिए बचे जगहों पर पार्षदों के इसके उपयोग पर रोक लगाते हुए निर्वाचन अधिकारी की ओर से प्रदत्त पेन का उपयोग करना निर्देशित करें। हालांकि यह सारी कवायद रायपुर नगर निगम को लेकर भाजपा इसलिए कर रही है कि उन्हे उम्मीद है महापौर व सभापति के लिए जैसे ही कांग्रेस नाम तय करेगी असंतुष्ट पार्षद क्रास वोटिंग करेगे। वहीं निर्दलीय भले ही कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं लेकिन भीतर क्या करेंगे यह किसे पता लगेगा। भले ही घोषित संख्या बल में पिछड़ चुके हैं। इसलिए कि पुराने राजनीतिज्ञ भली भांति जान रहे हैं ऐसे लोगों को पहले भी एक निश्चित कलर की स्याही वाली पेन देकर अंदर भेजा जाता था और गिनती के समय पता लग जाता था कि किसने वोट किया और किसने नहीं। यही प्रक्रिया अभी भी अपनाये जाने वाली है। इसलिए सचेत हो गए हैं। हालांकि निर्वाचन आयुक्त को तय करना है कि क्या निर्णय लेते हैं? वहीं कांग्रेस नेता इसे भाजपा का भय बता रहे हैं,हार से पहले वे कुछ भी आरोप लगा सकते हैं। यदि ऐसा है तो बिलासपुर का मैदान उन्होने क्यों छोड़ा। बहरहाल मौसमी कोहरे के साथ राजनीतिक धुंध भी निगम महापौर को लेकर गहरा गया है।