रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को शीत सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने विधायकों की सुरक्षा को लेकर जमकर हंगामा किया। दरअसल, विधानसभा में सवाल पूछने को लेकर मंगलवार देर रात भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को एक रेत व्यवसायी ने जान से मारने की धमकी दी। हालांकि उन्हें मिली धमकी को अजय चंद्राकर के बयान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने सत्र के दूसरे दिन सदन में कहा था कि कांग्रेस विकलांग मानसिकता वाली है। वहीं गृहमंत्री ने जानकारी दी कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। चंद्राकर की सुरक्षा बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा के पूर्व मंत्री और कुरूद से विधायक अजय चंद्राकर को मंगलवार देर रात एक व्यक्ति ने कॉल किया। कॉल करने वाले ने रेत खनन को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाने और सवाल पूछने को लेकर जान से मारने की धमकी दी। इस पर चंद्राकर ने देर रात ही इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। बुधवार सुबह प्रश्नकाल के साथ शुरू हुए विधानसभा सत्र में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने अजय चंद्राकर को मिली धमकी का मामला उठाया। इसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय कार्यमंत्री को जांच के दिए निर्देश
आसंदी ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री पता करवाएं ऐसा क्या हुआ है। पूरी जानकारी दें और उचित सुरक्षा मुहैया कराएं। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि आखिर ये प्रदेश किस ओर जा रहा है। विधायक जनहित के मुद्दे न उठाएं तो कहा जाएं। इस तरह के मामले अगर प्रदेश में आने लगे है तो हम कहां जाएंगे। संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस सदन के हर एक विधायक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी दी है कि रेत खदान मालिक दुर्ग निवासी जसपाल सिंह रंधावा को धमकी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
विधायक चंद्राकर ने एफआईआर दर्ज कराने से किया इनकार, सुरक्षा भी लौटाई
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, लेकिन विधायक ने एफआइआर कराने से मना कर दिया। रात्रि में ही विधायक को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, जिसे उनकी सिफारिश पर ही वापस लिया जा रहा है। गृहमंत्री ने कहा कि आरोपी जसपाल सिंह रंधावा का मगरलोड के ग्राम देवरी, बिलौदा, हथबंद और अम्लीडीह में रेत का काम है। उसके काम को बंद करा दिया गया है, जबकि पड़ोसी गांव हठबंध में नवीन चंद्राकर और नागू चंद्राकर का काम चल रहा है। आरोपी इसके चलते परेशान हो गया और उसने विधायक से अभद्र व्यवहार किया।