नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस दौरे से स्वेदश लौट आए हैं. देश लौटते ही उन्होंने राफेल विमान की शस्त्र पूजा पर मचे बवाल पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पूजा पद्धति पर सवाल उठाना ठीक नहीं है.
राजनाथ सिंह राफेल विमान रिसीव करने के लिए फ्रांस के दौरे पर थे. बता दें, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने इतना दिखावा नहीं किया था जब उस समय सरकार बोफोर्स गन जैसा हथियार लेकर आई.
शाह का कांग्रेस से सवाल
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस को 'किस चीज की आलोचना करनी है और किस चीज की नहीं' इस पर चिंतन-मनन करना चाहिए. कैथल में 21 अक्टूबर को 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से फ्रांस में दशहरा के दिन राफेल विमान प्राप्त करने के अवसर पर शस्त्र पूजा की आलोचना करने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया.
उन्होंने कहा, क्या विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा नहीं होनी चाहिए? उन्हें इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि किस चीज की आलोचना करनी है, किस चीज की नहीं.
क्या कहा था खड़गे ने?
दरअसल, खड़गे ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने इतना दिखावा नहीं किया था जब उस समय सरकार बोफोर्स गन जैसा हथियार लेकर आई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को करीब 30 मिनट कर राफेल में उड़ान भरने से पहले उसकी शस्त्र पूजा की. उन्होंने राफेल पर 'ऊं' लिखा और रक्षा सूत्र भी विमान पर बांधा था.
खड़गे के विरोध में निरुपम
फ्रांस में राफेल विमान की शस्त्र पूजा को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपने ही पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को निशाने पर लिया. मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर संजय निरुपम ने कहा कि शस्त्र पूजा कोई अंधविश्वास नहीं है. यह हमारी परंपरा का प्रतीक रहा है. दिक्कत यह है कि खड़गे नास्तिक हैं, इसलिए उन्हें यह तमाशा लगता है. ऐसे लोग केवल एक फीसदी हैं लेकिन एक फीसदी लोगों की विचार कांग्रेस की नहीं हो सकती.