भोपाल
CAA के विरोध में बुलाए गए भारत बंद (Bharat band) का राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिला. पुराने भोपाल इलाके में दोपहर तक दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद (shops closed) रखीं. नये भोपाल (bhopal) में दुकानदारों ने बंद का समर्थन न करते हुए अपनी दुकानें खोलीं. बैतूल और सिवनी में रैली निकाली गयी और जबलपुर (jabalpur) में बंद बेअसर रहा. हालांकि बंद को देखते हुए पुलिस (police) हर इलाके में मुस्तैद नज़र आई. पुलिस टीम के साथ साथ आरएएफ (RAF) टुकड़ियों को भी तैनात किया गया था.
प्रशासन की ओर से पहले ही ये साफ कर दिया गया था कि शहर में धारा 144 लागू है. लिहाजा किसी भी तरह के प्रदर्शन की अनुमति लोगों को नहीं दी जाएगी. पुलिस ने ये भी साफ कह दिया था कि किसी ने जबरन दुकानें बंद करायीं तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने सोशल मीडिया में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी नज़र रखने के लिए अलग से टीम बनाई थी. आज के इस बंद का ऐलान सोशल मीडिया में किया गया था. किसी राजनीतिक दल ने बंद नहीं बुलाया था. कुछ संगठनों की ओर से सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में बंद का आह्वान किया गया था.
भारत बंद को लेकर भोपाल दो हिस्सों में बंटा नज़र आया. पुराने भोपाल के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में ज़्यादातर दुकानें बंद रखी गईं. इन लोगों ने सीएए के विरोध में अपनी दुकानों के बाहर पोस्टर चस्पा कर बंद का समर्थन किया. वहीं दूसरी तरफ नए भोपाल में दुकानदारों ने सीएए के समर्थन में अपनी दुकानें बंद न करने का फैसला किया.
भारत बंद को देखते हुए भोपाल पुलिस पूरी तरह मुस्तैद नज़र आई. शहर के प्रमुख चौराहों और बाजारों में पुलिस बल तैनात रहा. पूरे शहर में नज़र बनाए रखने के लिए पुलिस की ओर से मोबाइल टीम बनायी गयी थीं. ये टीमें बाजारों में घूम घूम कर स्थिति का जायजा ले रही थीं. साथ ही लोगों को ये ताकीद भी दी जा रही थी कि प्रदर्शन या दुकानों को जबरन बंद ना कराएं.
जबलपुर में नहीं दिखा असरजबलपुर में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखा. शहर के बाजार एवं संस्थान रहे खुले. हालांकि प्रशासन लगातार अलर्ट रहा. उसने बंद से निपटने के इंतज़ाम कर रखे थे. एहतियातन जगह जगह सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए थे.
सीएए और एनआरसी के विरोध में बैतूल में भी लोग सड़क पर निकले. यहां विशाल रैली निकाली गयी.रैली में अलग अलग संगठनों से हज़ारों लोग शामिल हुए. पूरे शहर में पुलिस बल तैनात रहा.