ग्वालियर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच अब सिंधिया के गढ़ के नेता भी मैदान में आ गए हैं। सिंधिया को अपना सबकुछ मानने वाले ग्वालियर के सिंधिया समर्थक नेताओं ने अब संघर्ष और इस्तीफे की धमकी दी है। ग्वालियर कांग्रेस में पिछले करीब 28 वर्षों से सक्रिय और सिंधिया के करीबी ग्वालियर पूर्व मंडलम प्रभारी एवं पूर्व ब्लॉक उपाध्यक्ष दिनेश जैन ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाने की पुरजोर मांग की है।
जिला कांग्रेस कमेटी के अधिकृत व्हाट्स एप ग्रुप में उन्होंने एक पोस्ट डालकर उन्होंने कहा कि वैसे तो सिंधिया जी किसी पद को लेकर लालायित नहीं होते, उन्होंने केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी कभी लाल पीली बत्ती का उपयोग किया, बात सिर्फ हम जैसे तमाम कार्यकर्ताओ की भावना की है जिसे हम अपने मुंह से बयान कर ये मांग कर हैं। दिनेश जैन ने कहा कि सिंधिया जी ही वो चेहरा है जिसने 15 वर्षों से सत्ता से दूर बैठी कांग्रेस की सरकार बनवाने में बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके लिए उन्होंने भाजपा की सरकार के खिलाफ संघर्ष किया और गिरफ़्तारी भी दी। उसके बाद जब जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहा तो नेतृत्व ने कमलनाथ जी को मुख्यमंत्री बना दिया अब कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें पीसीसी चीफ बनाने की मांग कर रहे हैं तो भी पार्टी इसे नजर अंदाज कर रही है जो उचित नहीं है अब अगर वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा उचित निर्णय लिया तो कार्यकर्ता निराश होगा और अपने घर बैठ जाएगा। जिसका नुकसान पार्टी को ही होगा।
दिनेश जैन के अलावा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सतेन्द्र शर्मा और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष केके कुशवाह ने भी चेतावनी दी है। दोनों ब्लॉक अध्यक्षों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सिंधिया जी को पीसीसी अध्यक्ष नहीं बनाया तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और संघर्ष करेंगे। वहीं महिला कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष रमा पाल ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि सिंधिया युवा हैं उर्जावान और क्षमतावान है। उनसे पूरे प्रदेश का कार्यकर्ता जुड़ा है जिसका लाभ पार्टी को मिलेगा।