मुंबई
दुबई से मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट पहुंचे एक व्यक्ति को कुल 24 लाख रुपये मूल्य के दो हजार के नोटों के साथ अरेस्ट कर लिया गया है। पाकिस्तान में बने इन उच्च गुणवत्ता के नोटों पर नौ में से 7 सिक्यॉरिटी फीचर मौजूद थे। पुलिस के साथ पूछताछ में आरोपी ने बताया कि ये नोट पाकिस्तान में प्रिंट किए गए और वहां से दुबई भेजे गए ताकि उन्हें भारत भेजा जा सके।
बता दें कि वर्ष 2016 में जब 2000 के नोट जारी किए गए थे, तब इन्हें बेहद सुरक्षित नोट बताया गया था। पिछले साल अक्टूबर में आरबीआई ने कहा था कि वर्ष 2019 में उसने 2000 का कोई नया नोट नहीं छापा है। आरबीआई ने कहा कि एनआईए को उच्चकोटि के फर्जी नोट मिले हैं। यात्री जावेद शेख मुंबई के कलवा का रहने वाला है। जावेद पहले भी कई बार दुबई और बैंकाक जा चुका है और वहां से फर्जी नोट ला चुका है।
आतंकी कनेक्शन की आशंका
पुलिस अब जावेद से यह जानने का प्रयास कर रही है कि ये नोट किसे दिए जाने थे। संयुक्त पुलिस आयुक्त संतोष रस्तोगी ने आतंकी कनेक्शन की आशंका को खारिज नहीं करते हुए कहा, 'सामान्य आदमी इन फर्जी नोटों को पहचान नहीं सकता है। ये नोट एकदम असली लगते हैं। शेख एयरपोर्ट के सिक्यॉरिटी चेक से बाहर आ गया था। उसे इंटरनैशनल टर्मिनल के बस स्टॉप के बाहर से अरेस्ट किया गया।'
संतोष रस्तोगी ने कहा कि शेख को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की सूचना के आधार पर अरेस्ट किया गया है। उन्होंने कहा, 'नकली नोटों को एक बैग में भरा गया था। उसे तलाश करने में एक घंटे लग गया। हमने उसकी पहचान उसकी सफेद जींस से की। सुबह के करीब 9.30 बजे थे। वह बस का इंतजार कर रहा था। इन नोटों को बैग के अंदर छिपाकर रखा गया था।'
बैगेज स्कैनर में पकड़े नहीं जा सके नोट
इन नकली नोटों को इस तरह से रखा गया था कि उन्हें बैगेज स्कैनर में पकड़ा नहीं जा सका। रस्तोगी ने कहा, 'स्कैनर उन्हीं नोटों को पकड़ पाता है जिन्हें बंडल में रखा गया होता है। जावेद ने नोटों को अलग-अलग रखा हुआ था जिसे उसे पकड़ा नहीं जा सका।' नोटों की गुणवत्ता पर क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने कहा कि इन नोटों पर नौ में से 7 सिक्यॉरिटी फीचर एकदम मिल रहे थे। केवल रंग बदलने वाली स्याही और प्रकाश के खिलाफ देखने पर दिखने वाला 'सी-थ्रू रजिस्टर' ही पाकिस्तानी सही से कॉपी नहीं कर पाए थे। शेख के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया गया है।