रायपुर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र सवन्नी ने प्रदेश सरकार पर अरपा नदी की सफाई और पर्यावरण के मामलों पर भी राजनीति करने का आरोप लगाया है। श्री सवन्नी ने कहा कि व्यापक हितों के कामों को भी राजनीतिक रंग देकर रोकना और या फिर उनमें अड़ंगा डालना प्रदेश सरकार की फितरत होती जा रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सवन्नी ने कहा कि आठ वर्ष पूर्व प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार और नगरीय निकाय मंत्री की पहल पर अरपा नदी के विकास और बारहमासी सफाई के लिए स्वीकृत पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल योजना के प्रति मौजूदा प्रदेश सरकार के दुर्लक्ष्य ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को भी बट्टे खाते में डाल दिया है। यह सरकार के तंग सियासी नजरिए का परिचायक है। श्री सवन्नी ने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के तुंरत बाद जिस तरह अरपा प्रोजेक्ट के लिए गठित समिति को भंग कर दिया गया, उससे साफ है कि प्रदेश सरकार व्यक्तिगत के साथ-साथ लोकहित से जुड़े मुद्दों पर भी राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से ग्रस्त है। प्रदेश सरकार ने सालभर में सिवाय सियासी नौटंकियों के एक भी ऐसा कोई काम नहीं किया कि जिससे प्रदेश का सर्वव्यापी हित सधे और वह प्रदेश की उपलब्धि के तौर पर देश के बाकी हिस्सों के लिए प्रेरक तत्व के रूप में गिना जा सके। अपनी सोच और नीतियों के बल पर लोककल्याण के कामों की अपनी लकीर लंबी करने के बजाय भूपेश सरकार अपनी पूर्ववर्ती सरकार की उपलब्धियों और कामों की लकीर मिटाने में अपनी ऊर्जा खपा रही है और नकारात्मक राजनीति का दौर कायम कर रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सवन्नी ने बताया कि सन् 2010 में अरपा नदी के विकास के साथ ही बारहमास साफ पानी रखने के लिए शुरू की गई इस परियोजना को आगे बढ़ाकर लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के बजाय प्रदेश सरकार ने इस पूरे प्रोजेक्ट को ही अब बंद कर दिया है। पर्यावरण प्रदूषण की चिंता करने वाली प्रदेश की मौजूदा सरकार ने प्रदेश और विशेषकर अरपा नदी पर आश्रित लोगों को साफ पेयजल मुहैया कराने के प्रति जिस नकारात्मकता का परिचय दिया है, उससे इस सरकार के जनाभिमुखी होने के दावें खोखले साबित हो रहे हैं।