नई दिल्ली
देशभर में प्याज के बढ़ते दाम जनता को रुलाने पर उतारू हैं. प्याज के दाम में आए दिन इजाफा हो रहा है. प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों पर ब्रेक लगाने की कोशिश में लगी सरकार ने निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने रविवार को जानकारी देते हुए कहा कि प्याज के संकट को देखते हुए सरकार ने निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है.
प्याज लगातार आम आदमी की खरीद क्षमता से दूर होती जा रही है. सरकार की ओर से लगातार जनता को राहत पहुंचाने के कदम उठाए जा रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि शनिवार से शहर में मोबाइल वैन व राशन की दुकानों के जरिए प्याज की बिक्री 23.90 रुपये किलो की दर से की जाएगी.
'जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई'
केजरीवाल ने कहा था कि पूरे देश में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 60 से 80 रुपये किलो है. उन्होंने कहा, एक शख्स पांच किलो तक प्याज खरीद सकता है. उन्होंने कहा कि यह दर अगले पांच दिनों के लिए है. केजरीवाल ने कहा कि जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
केंद्र का राज्यों को आश्वासन
वहीं मोदी सरकार ने राज्यों को प्याज की तत्काल और पर्याप्त आपूर्ति का आश्वासन दिया है. राज्यों से कहा गया है कि अगर वे किसी तरह की कमी का सामना कर रहे हैं तो अपनी जरूरतों की जानकारी केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को भेजें. उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट कर कहा, "किसी भी मात्रा की मांग को तुरंत पूरा किया जाएगा." खबरें हैं कि हरियाणा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और ओडिशा ने केंद्र से प्याज की मांग की है.
अपने ट्वीट में पासवान ने आगे कहा था, "नेफेड (राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) ने हरियाणा में दस ट्रक प्याज भेजे हैं और उनकी मांग के आधार पर पांच और ट्रक और भेजे जाएंगे. दिल्ली सरकार ने भी शनिवार को प्याज के चार ट्रकों की मांग की है और उन्हें यह उपलब्ध कराई जाएगी."