भोपाल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दो दिन पहले हुए राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रोटोकाल का पालन नहीं होने पर राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) नाराज हो गए. मामला सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने दिल्ली से शनिवार को फोन पर राज्यपाल से बात की. इस मामले में अपने काम में लापरवाही बरतने और अपने दायित्वों के प्रति अवहेलना के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और एक प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
राजभवन से मिली जानकारी के अनुसार कमलनाथ ने शनिवार को दिल्ली से टंडन को फोन लगाया और उनसे बात की. उन्होंने बताया कि उसके बाद शनिवार को ही मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी अपने विभाग के प्रमुख सचिव एवं आयुक्त लोक शिक्षण को साथ लेकर राजभवन पहुंचे और उनसे 10 मिनट से अधिक समय तक बात की. माना जा रहा है कि राज्यपाल को मनाने के लिये मंत्री और अधिकारी वहां पहुंचे थे.
राजभवन के सूत्रों के अनुसार चौधरी इस समारोह में समय पर नहीं पहुंचे, जिसके कारण राज्यपाल को चौधरी का इस समारोह में पहुंचने के लिए अपने निवास पर इंतजार करना पड़ा था. प्रोटोकाल के अनुसार मंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने के बाद ही राज्यपाल राजभवन से इसमें शामिल होने के लिए रवाना होते हैं. टंडन समय के पाबंद हैं, लेकिन इस समारोह में उन्हें देरी से जाना पड़ा. इससे वह इससे नाराज हुए. इसी बीच, मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग की एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि विगत छह सितंबर को आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में लापरवाही और पद के दायित्वों के प्रति अवहेलना के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
अधिकारी ने कहा कि विभागीय आदेश के अनुसार बी बी सक्सेना, उप संचालक, कार्यालय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण भोपाल संभाग एवं के.पी.एस. तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी भोपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. निलंबन अवधि में सक्सेना को मुख्यालय, लोक शिक्षण संचालनालय तथा तोमर को मुख्यालय राज्य शिक्षा केन्द्र से संबद्ध कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के समन्वय अधिकारी धीरेंद्र चतुर्वेदी, प्राचार्य प्रगत शैक्षिक संस्थान भोपाल को इसी सिलसिले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.