शिमला
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस पर एक बार फिर से गृह मंत्री अमित शाह ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐंड कंपनी अफवाह फैला रही है कि यह ऐक्ट अल्पसंख्यकों की नागरिकता को छीन लेगा। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर वार करते हुए उन्होंने कहा, 'राहुल बाबा मैं आपको चैलेंज देता हूं कि इस कानून में एक भी जगह किसी की भी नागरिकता लेने का प्रावधान है तो दिखाइए।'
उन्होंने कहा, 'देश के सभी मुसलमान भाई-बहनों से अपील है कि पहले खुद नागरिकता संशोधन अधिनियम को समझें और फिर दूसरों को भी समझाएं। नहीं तो झूठ और भ्रम फैलाने वाले राजनीतिक दल अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए हमें आपस में यूँ ही लड़ाते रहेंगे।'
नेहरू-लियाकत समझौते फेल होने की वजह से आया ऐक्ट
शिमला में हिमाचल प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर अमित शाह ने कहा कि 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ, जिसके तहत यह तय हुआ था कि दोनों देश अपने यहां अल्पसंख्यकों का संरक्षण करेंगे। लाखों-करोड़ों शरणार्थियों की कोई सुध नहीं ले रहा था।
राहुल बोले, गरीबों पर टैक्स की तरह है NRC
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई मौकों पर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करते हुए कहा था कि यह असंवैधानिक है। यही नहीं शुक्रवार को सुबह रायपुर में भी एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि एनआरसी हो या फिर एनपीआर यह गरीबों पर टैक्स की तरह है। राहुल गांधी ने कहा, 'नोटबंदी गरीबों पर टैक्स की तरह था। गरीब लोगों पर हमला था और अब आम लोग पूछ रहे हैं कि हमें नौकरियां कैसे मिलेंगी?'
'कश्मीर में अब शान से लहरा रहा है तिरंगा'
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर मोदी सरकार की सराहना करते हुए शाह ने कहा, 'हम सब बचपन से नारा लगाते थे कि इस देश में दो निशान, दो प्रधान और दो संविधान नहीं चलेंगे। लेकिन वर्षों तक कुछ नहीं हुआ। लेकिन आज जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त हो गया है। आज तिरंगा कश्मीर में आसमान की बुलंदियों को छूता हुआ शान से लहरा रहा है।'