नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गुरुवार को देश के कई शहरों में प्रदर्शन हुए। निषेधाज्ञा आदेशों का उल्लंघन करते हुए छात्रों समेत हजारों लोग सड़क पर उतर आए। इस दौरान कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई। हिंसा की घटनाओं और अफवाह फैलने की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। देशभर के अलग-अलग राज्यों में स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते धारा 144 लागू की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर लगी रोक के बावजूद सड़कों पर उतरने के चलते सैकड़ों छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। कई मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया, जिससे शहर में यातायात प्रभावित हुआ।
पुलिसवालों को प्रदर्शनकारियों ने दिए गुलाब के फूल
ज्यादातर स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और प्रदर्शनकारियों ने नए कानून पर अपना विरोध व्यक्त करने के लिए नारे लगाए।प्रदर्शनकारियों ने जामिया मीलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को बर्बरतापूर्ण बताया। कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दिल्ली में सुरक्षा बलों को गुलाब के फूल दिए और कहा कि पुलिस जितना चाहें उन्हे लाठी मार सकती है लेकिन उनका संदेश घृणा के बदले में प्यार है।