राजनीति

नागरिकता कानून और जेएनयू हिंसा पर अब जूही चावला बोलीं, कुछ तोड़ने में वक्त नहीं लगता, कुछ भी करने से पहले सोचें

नई दिल्ली/मुंबई

जेएनयू में छात्रों के आंदोलन और नागरिकता संशोधन कानून के विरोध हिंसक प्रदर्शनों को लेकर अब मशहूर अभिनेत्री जूही चावला ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने एक तरह से हिंसक प्रदर्शनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि चीजों को तोड़ने में वक्त नहीं लगता है, लेकिन जोड़ने में समय लगता है। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू में छात्रों के आंदोलन में शामिल होने और फिर ऐक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा की ओर से उनकी तारीफ किए जाने के बाद जूही चावला की इस टिप्पणी को अहम माना जा रहा है।

बता दें कि जेएनयू में छात्र आंदोलन और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्षी दलों और सरकार के अलावा सिलेब्रिटीज की भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। हालांकि इसके चलते सिलेब्रिटीज को ट्रोल भी होना पड़ा है। दीपिका के जेएनयू जाने के बाद से ही उन्हें ट्रोल किया जा रहा था। इसी तरह बुधवार को जूही चावला की टिप्पणी के बाद से वह भी ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं।

जूही चावला ने मुंबई में एक इवेंट में कहा, 'क्या हम रिऐक्ट करने की बजाय जवाब देना शुरू कर सकते हैं? क्या हम पहले यह समझ सकते हैं कि आखिर मसला क्या है, क्यों है और क्यों ऐसा किया गया। पहले समझिए और फिर बोलिए। किसी भी चीज को तोड़ने में कोई वक्त नहीं लगता, लेकिन जोड़ने में लगता है।'

 

जूही बोलीं, खुद भी सोचें कि हम क्या कर रहे हैं

बीजेपी की ओर से आयोजित इवेंट में उन्होंने कहा, 'हम 125 करोड़ भारतीय हैं। हम सभी को साथ रखना एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं आप सभी को बताना चाहती हूं कि हम हर किसी से जवाब की उम्मीद नहीं कर सकते। हमें खुद के बारे में भी सोचने की जरूरत है कि आखिर हम क्या कर रहे हैं और क्या सोच रहे हैं।'

 

दीपिका के बाद जूही चावला भी हुईं ट्रोल

जेएनयू जाने के बाद दीपिका पादुकोण को सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर ट्रोल किया था, जबकि एक वर्ग उनके बचाव में उतर आया था। अब जूही चावला की टिप्पणी को लेकर भी ट्विटर पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। ट्विटर पर #JuhiChawla जमकर ट्रेंड कर रहा है।

दीपिका के समर्थन में कई स्टार

बता दें कि इससे पहले दीपिका पादुकोण मंगलवार शाम को विद्यार्थियों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए जेएनयू परिसर पहुंची थीं। शबाना आजमी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘जब ‘पद्मावत’ को लेकर उन पर हमला हुआ तो बहुत कम लोग ही उनके समर्थन में आए। वह जानती हैं कि निशाना बनना कैसा लगता है। उन्होंने जेएनयू के विद्यार्थियों का समर्थन करके मिसाल कायम की है। दीपिका पादुकोण को और शक्ति मिले।’

 

स्वरा भास्कर भी उतरीं समर्थन में

जेएनयू में हिंसा को लेकर सबसे पहले आवाज उठाने वाले कलाकारों में शामिल स्वरा भास्कर ने कहा, ‘बॉलीवुड जेएनयू के रंग में रंग गया।’ संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में मुखर आवाज उठाने वाले निर्देशक अनुराग कश्यप ने भी अभिनेत्री के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए लोगों से उनकी फिल्म का पहला शो देखने की अपील की। कश्यप ने कहा, ‘यह न भूलें कि दीपिका इस फिल्म की प्रोड्यूसर भी हैं। इसलिए काफी कुछ दांव पर है। निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी ने दीपिका को ‘वास्तविक हीरो’ करार दिया। फिल्मनिर्माता महेश भट्ट ने कहा , ‘हम अब चुप्पी ‘राज’ नहीं रह गए हैं।’ आयशी ने फेसबुक पर अभिनेत्री से मुलाकात की तस्वीर लगाते हुए कहा, ‘हर अन्याय के लिए आवाज उठाएं! दीपिका, आप पर गर्व है, ध्यान रखें। जेएनयू वीसी इस्तीफा दें।’

 

 

 

 

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