इंदौर
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए एक बयान के बाद फिर चर्चा में हैं. लोगों को ड्रग्स की जगह देशभक्ति के नशे का पाठ पढ़ाते-पढ़ाते कैलाश विजयवर्गीय ने कह दिया कि नशे में रहना अच्छी बात है, लेकिन देशभक्ति का नशा इतना भी नहीं होना चाहिए कि मोदी जी की तरह शादी ही न करें.
दरअसल मध्य प्रदेश के इंदौर में नशे के खिलाफ एक मैराथन दौड़ के बाद बीजेपी नेता विजयवर्गीय भाषण दे रहे थे और युवाओं से नशा नहीं करने की अपील कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा कि नशे में रहना अच्छी बात है लेकिन यह नशा काम और देशभक्ति का होना चाहिए. इसके आगे उन्होंने कहा कि 'नशा इतना भी ना हो कि मोदी जी जैसे शादी ही ना करें'
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय अपने अजीबोगरीब बयानों के लिए आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं. बीते दिनों उन्होंने इंदौर के मशहूर पोहे को लेकर अजीब बयान दिया था जिसके बाद वो विपक्ष के निशाने पर आ गए थे.
पोहे को लेकर उन्होंने कहा था कि मेरे घर पर मजदूरी कर रहे लोगों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वो बांग्लादेशी हैं. विजयवर्गीय के इस बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों के नाराजगी का सामना करना पड़ा था.
इससे पहले भी संघ पदाधिकारियों को लेकर उन्होंने एक बयान दिया था. विजयवर्गीय ने कहा था कि अगर इंदौर में संघ के पदाधिकारी नहीं होते तो शहर में आग लगा देता. इस बयान की भी काफी आलोचना हुई थी.