इंदौर
मनावर के बहुचर्चित मॉब लिंचिंग केस में एक और पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया. काम में लापरवाही बरतने पर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने तिरला थाने के एसआई रमेश चौहान को निलंबित कर दिया है. इसे मिलाकर अब तक कुल 7 पुलिस कर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं.
मध्यप्रदेश की सियायत लगातार गर्मा रही है. इस मामले में अब कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस का आरोप है बीजेपी आदिवासियों को भड़काने की कोशिश कर रही है. इधर कमलनाथ सरकार ने मृतक और घायलों के परिवार को दी जाने वाली मुआवजा राशि बढ़ाने का ऐलान कर दिया है.
मनावर के बोरलाई गांव में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर मध्यप्रदेश में सियासी खींचतान चरम पर नजर आ रही है. इस मामले में बीजेपी लगातार कांग्रेस को घेरने में जुटी हुई है तो अब वहीं कांग्रेस के आदिवासी नेताओं ने भी बीजेपी पर आरोप मढ़ दिए हैं. कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया ने कहा बीजेपी अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए आदिवासियों को भड़काने का काम कर रही है. कलावती भूरिया का ये भी कहना है कि इस मामले में कमलनाथ सरकार जांच कर रही है. आरोपियों को नहीं बख्शा जाएगा।
कमलनाथ सरकार ने हादसे में मारे गए एक किसान के परिवार को अब 2 लाख रुपए की जगह 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा घायलों को भी कमलनाथ सरकार 1-1 लाख रुपए की मदद राशि मुहैया कराएगी.घायलों का अस्पताल में फ्री इलाज कराया ही जा रहा है.
इंदौर से बीजेपी के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कांग्रेस राज में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. खुद को किसानों का हितैषी बताने वाली सरकार के राज में किसानों की मौत हो रही है. अगर सही में सरकार किसान हितैषी है तो शिवराज सिंह की तरह मृतक के परिवार को 1 करोड़ रूपए की मुआवजा राशि दे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
धार जिले के मनावर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना में एक किसान की मौत हो गई थी जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घायलों का उपचार फिलहाल इंदौर के चौइथराम अस्पताल में चल रहा है जिसमें से एक की छुट्टी कर दी गई है बाकी चार लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है.