अमेरिका में बीते 24 घंटे में 2400 से ज्यादा मौतें दर्ज की गयी
नई दिल्ली. तीन दिन तक कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी दर्ज करने के बाद मंगलवार को इनमें मामूली बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी। मंगलवार को पूरी दुनिया में करीब 75000 नए केस सामने आए हैं जिसके बाद कुल मामलों की संख्या अब 20 लाख से ज्यादा हो गए हैं। बीते दिनों से मौतों की संख्या में भी कमी देखी जा रही थी लेकिन मंगलवार को करीब 7000 लोगों ने इस संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा दी, जिसके बाद दुनिया में कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर अब 1 लाख 27 हजार से भी ज्यादा हो गया है।
अमेरिका के लिए बीते 24 घंटे काफी बुरे साबित हुए और यहां 2400 से ज्यादा मौतें दर्ज की गयी हैं। फ्रांस और इटली में भी 5 दिन से लगातार मौतों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही थी, लेकिन बीते 24 घंटों में यहां भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। पूरी दुनिया में संक्रमण की वजह से 1 लाख 27 हजार 626 लोगों की मौत हुई है। करीब 4 लाख 88 हजार 809 लोग संक्रमण से ठीक भी हुए हैं।
अमेरिकी अरबपति, ट्रंप और उनके दामाद को होगा फायदा
अमेरिका ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लडऩे के लिए भारी भरकम रिलीफ फंड का ऐलान किया है। लेकिन जानकारी मिल रही है कि रिलीफ फंड का बड़ा फायदा अमेरिकी अरबपतियों को मिलने जा रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक करीब 82 फीसदी रिलीफ फंड का फायदा अमेरिकी अरबपतियों को मिलने जा रहा है। कोरोना वायरस से लडऩे के लिए सीनेट रिपब्लिकन ने 2 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 152 लाख करोड़ रुपए के फंड का ऐलान किया है।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस फंड का 82 फीसदी पैसा अमेरिकी अरबपतियों के खाते में चला जाएगा। अमेरिका की जॉइंट कमिटी ऑन टैक्सेशन ने इस आंकड़े की जानकारी दी है। जेसीटी के एनालिसिस के मुताबिक रिलीफ फंड का सबसे ज्यादा फायदा ज्यादा पैसे कमाने वाले और बिजनेसमैन को होगा। ज्यादा निवेश करने वाले और रियल इस्टेट बिजनेस को इससे सबसे ज्यादा फायदा होगा।
जेसीटी के एनालिसिस के मुताबिक इस रिलीफ फंड से सिर्फ 3 फीसदी ऐसे अमेरिकियों को होगा, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख डॉलर यानी करीब 76 लाख रुपए से कम है। जांच रिपोर्ट में ये भी पता चला है कि नए कानून से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके दामाद जैरेड कशनर और उनके कुछ करीबी रियल इस्टेट से जुड़े लोगों को भी फायदा पहुंचेगा।
यूरोप में संक्रमण के 10 लाख मामले, जर्मनी में 1 दिन में 285 मौतें
यूरोप में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले 10 लाख से भी ज्यादा हो गए हैं। पूरी दुनिया में यूरोप बुरी तरह से कोरोना की चपेट में है। जर्मनी इससे बुरी तरह से प्रभावित हुआ हैं। वहां पिछले 14 घंटे में 285 मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले हफ्ते की तुलना में 10 फीसदी ज्यादा मौतें हुई हैं। जर्मनी में वायरस संक्रमण के नए मामलों में कमी के बावजूद मौत की संख्या में इजाफा हुआ है।
जर्मनी में पिछले शुक्रवार की तुलना में मौत में 9.6 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। जर्मनी में वायरस संक्रमण की चपेट में आकर कुल 3,254 लोगों की मौत हुई है। हालांकि एक दिन पहले की तुलना में संक्रमण के नए मामले भी बढ़े हैं। जर्मनी में आज संक्रमण के 2,486 मामले सामने आए हैं, जबकि एक दिन पहले संक्रमण के 2,082 मामलों को दर्ज किया गया था। 22 मार्च के बाद एक दिन में संक्रमण का ये सबसे कम मामला रहा। एएफपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में संक्रमण के 10 लाख 3 हजार 284 मामले सामने आए हैं। पूरे यूरोप में वायरस के संक्रमण की चपेट में आकर 84 हजार 465 लोगों की जान गई है।
फंडिंग रोकने की अमेरिकी कार्रवाई पर जताई चिंता
यूरोपियन यूनियन के टॉप के डिप्लोमैट ने ङ्ख॥ह्र के फंड फ्रीज करने की अमेरिकी कार्रवाई पर चिंता जाहिर की है। यूरोपियन यूनियन के टॉप के फॉरेन पॉलिसी रिप्रजेंटेटिव ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग रोकने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार्रवाई की आलोचना की है। ईयू रिप्रजेंटेटिव जोसफ बोरेल ने कहा है कि उन्हें अमेरिका के फैसले से दुख पहुंचा है। अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग रोक दी है और उसके कोरोना वायरस से लडऩे के तौर तरीकों की आलोचना की है।
ईयू के रिप्रजेंटेटिव जोसफ बोरेल ने ट्विटर पर लिखा है कि मौजूदा हालात में इस कदम को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। इस वक्त उनकी कोशिशों की ज्यादा आवश्यकता थी। इस महामारी से निपटने के लिए ज्यादा मदद की जरूरत है। उन्होंने लिखा है कि इस वक्त हम इस महामारी से तभी निपट सकते हैं, जब सारी ताकतें एक होकर बिना किसी बॉर्डर के संकट का मुकाबला करें।