नई दिल्ली
म्यूनिख की टेक्निकल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जिसकी त्वचा इंसानों जैसी है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इंसानों जैसी त्वचा वाला यह दुनिया का पहला रोबोट है। इसका नाम एच-1 है। प्रोफेसर गॉर्डन चेंग द्वारा विकसित इस कृत्रिम त्वचा में दो-यूरो के सिक्के के आकार की हेक्सागोनल कोशिकाएं शामिल हैं।
प्रत्येक कोशिका में संपर्क, निकटता और तापमान का पता लगाने के लिए माइक्रोप्रोसेसर और सेंसर लगे हैं। यह रोबोट को अधिक संवेदनशीलता के साथ अनुभव करने में सक्षम बनाती है।
महसूस करने में सक्षम:
इस रोबोट में 13 हजार से भी ज्यादा सेंसर लगे हुए हैं। इन सेंसर के जरिए यह रोबोट स्पर्श, दबाव और तापमान का अंदाजा लगाने के साथ-साथ शरीर के पास कुछ होने को भी कुछ महसूस कर सकता है।