नई दिल्ली
दिल्ली हिंसा में मरने वाले इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा को दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपये का सहायता राशि देने का ऐलान किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंकित शर्मा के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी और उनके परिवार के एक सदस्य को दिल्ली सरकार द्वारा नौकरी भी देगी। इससे पहले बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने हिंसा मे मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल और आईबी अधिकारी अंकित शर्मा के परिवारों के लिए अपने एक माह का वेतन देने की घोषणा की थी।
आपको बता दें कि अंकित शर्मा का शव उत्तर पूर्व दिल्ली के दंगाग्रस्त चांद बाग इलाके में बुधवार (26 फरवरी) को एक नाले से मिला था। वह मंगलवार से लापता थे और आशंका थी कि उनकी जान पथराव में गई होगी। अंकित के भाई अंकुर ने बताया था कि कि उनकी कॉलोनी की कुछ महिलाओं ने सुबह उन्हें बताया कि उन्होंने लोगों को उनके भाई को नाले में फेंकते हुए देखा था। अंकुर ने दावा किया था कि जब लोगों ने महिलाओं को देख लिया तो उन्होंने धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को कुछ बताया तो नतीजा गंभीर होगा। उसे नाले में फेंके जाने से पहले कई बार चाकू मारा गया।
आईबी के कर्मचारी की हत्या में हाथ होने से आप पार्षद का इनकार
दिल्ली पुलिस इस मामले में आम आदमी पार्टी के पार्षद के खिलाफ अंकित शर्मा की हत्या का केस दर्ज कर चुकी है। वहीं ताहिर हुसैन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर चुके हैं। इस मामले में पुलिस ताहिर की तलाश में छापेमारी कर रही है। हुसैन का कहना था कि मुझे खबरों से पता चला कि एक व्यक्ति की हत्या का इल्जाम मुझ पर लगाया जा रहा है। ये झूठे और निराधार आरोप हैं। सुरक्षा की दृष्टि से मेरा परिवार और मैं पुलिस की मौजूदगी में सोमवार को ही अपने घर से चले गए थे। हुसैन ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए उन्होंने कहा, मुझे निशाना बनाना गलत है। इससे मेरा और मेरे परिवार का कुछ लेना-देना नहीं है।वहीं दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान ताहिर के फैक्ट्री से संदिग्ध सामान मिलने के बाद सील कर दिया था।