नई दिल्ली
जामिया में छात्रों पर फायरिंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस मुख्यालय में छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है। घटना के खिलाफ पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी जमा हैं। जामिया में फायरिंग के खिलाफ ये लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। मगर इस बीच बड़ी खबर है कि प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस उन्हें हटाने की कोशिश में जुटी हुई थी, मगर प्रदर्शनकारी हटने का नाम नहीं ले रहे थे। बताया जा रहा है कि बीती रात से जो ट्रैफिक बंद कर दिया गया था, उसे खोल दिया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आईटीओ के पास दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। ये सभी कल की घटना के खिलाफ में धरने पर बैठे हुए थे। बताया जा रहा है कि छात्र आरोपी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्र पुलिस के रवैये से भी नाराज हैं। उन्मादी छात्र के गोली चलाने की घटना का विरोध करने के लिए सैकड़ों लोग देर रात आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए। प्रदर्शनकारियों में कई छात्र समूह भी शामिल रहे।
दरअसल, दिल्ली के जामिया इलाके में गुरुवार को एक उन्मादी स्कूली छात्र के उत्पात से सनसनी फैल गई। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मार्च कर रहे जामिया मिल्लिया के छात्रों पर 17 वर्षीय किशोर ने पुलिस के सामने गोली चला दी। इसमें जामिया का एक छात्र घायल हो गया। हमलावर ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाला है। वह एक से डेढ़ मिनट तक सड़क पर देसी तमंचा लहराते हुआ घूमता रहा। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। घटना उस वक्त हुई जब महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर सीएए के खिलाफ जामिया छात्र परिसर से राजघाट तक मार्च निकालने वाले थे। इसके लिए करीब दो हजार छात्र जमा हो गए थे लेकिन पुलिस ने बैरिर्केंडग कर उन्हें पहले ही रोक दिया। इसके बाद छात्र वहीं बैठकर नारे लगाने लगे।
दोपहर एक बजे छात्र सड़क पर बैठे थे। हमलावर ने कुछ समय पहले फेसबुक लाइव भी किया था। इसके बाद हमलावर हाथ में कट्टा लिए ‘अभी देता हूं आजादी’ और ‘वंदेमातरम’ कहता हुआ भीड़ से निकला और भीड़ पर गोली चला दी। गोली शादाब नाम के छात्र को लगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शादाब को होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया है। वह कश्मीर का रहने वाला है और जामिया में जनसंचार का छात्र है। इस दौरान चार मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े। घटना पर सियासत भी तेज हो गई।