भोपाल
मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कॉन्स्टेबल्स के थोक तबादलों (transfer) से परेशान पुलिस मुख्यालय (phq) अब प्रदेश के गृहमंत्री (home minister) का आदेश भी नहीं मान रहा. उसने मंत्री को साफ कह दिया है कि फिलहाल अब और तबादले नहीं करेगा क्योंकि ज़िलों में पूरी व्यवस्था चरमरा गयी है.
मध्य प्रदेश में हुए कॉन्सटेबल्स के थोक तबादलों की वजह से जिलों का पुलिस सिस्टम बिगड़ गया है.मंत्रियों, विधायकों और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की सिफारिश पर प्रदेश के गृहमंत्री ने कांस्टेबल्स के थोक में तबादले कर दिए हैं. इसका नतीजा ये हुआ कि भोपाल सहित कई ज़िलों की पुलिस व्यवस्था ही चरमरा गयी. इसका सीधा असर वहां की सुरक्षा पर पड़ा.
पिछले कुछ महीनों में मध्य प्रदेश में सैकड़ों कॉन्स्टेबल्स यहां से वहां कर दिए गए. सबके थोक तबादले हुए. इससे पुलिस की पूरी व्यवस्था बिगड़ी तो पुलिस मुख्यालय में खलबली मच गयी. इसके बाद पुलिस मुख्यालय व्यवस्था सुधारने में जुटा. काम संभल भी नहीं पाया था कि प्रदेश के गृहमंत्री वाला बच्चन ने पुलिस मुख्यालय को दूसरी ट्रांसफर लिस्ट भेज दी. लेकिन हालात से घबराए पुलिस अफसरों ने मंत्री को भी ना कर दी.सूत्रों ने बताया कि पुलिस मुख्यालय में गृह मंत्री की आला अधिकारियों के साथ बैठक हुई. इसमें कई पुलिस अधिकारी दूसरी सूची जारी नहीं करने पर अड़ गए और उन्होंने मंत्री से साफ मना कर दिया कि अब और कॉन्सटेबल्स के ट्रांसफर फिलहाल नहीं किए जाएंगे. पता चला है कि इस पर गृहमंत्री नाराज़ हो गए लेकिन अफसरों की नाराज़गी के आगे उनकी नहीं चली.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की तरफ से प्रदेश के सभी एसपी को पत्र लिखा गया है. इसमें कहा गया है कि जिन ज़िलों में ज़्यादा कॉन्सटेबल आ गए हैं उन्हें उन ज़िलों में भेज दिया जाए जहां कम स्टाफ है. पुलिस मुख्यालय ने एक बार ये कोशिश की थी कि सभी ज़िलों में संतुलित स्टाफ हो. लेकिन हाल में हुए थोक तबादलों ने उसकी सारी प्लानिंग फेल कर दी. अब पुलिस मुख्यालय थोक तबादलों से असंतुलित हुए सिस्टम को फिर पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है.