नई दिल्ली
वर्ल्ड कप 2019 में रोहित शर्मा की गजब फॉर्म अभी तक क्रिकेट फैन्स के दिलो-दिमाग पर छाई हुई है। रोहित ने वर्ल्ड कप के किसी एक अडिशन में न सिर्फ सबसे ज्यादा 5 शतक ठोकने का वर्ल्ड रेकॉर्ड अपने नाम किया बल्कि इस स्टार ओपनिंग बल्लेबाज ने 81 के औसत से टूर्नमेंट में सर्वाधिक 648 रन भी अपने नाम किए। लेकिन बावजूद इसके रोहित को यह समझ नहीं आ रहा होगा कि आखिर टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए वह क्या करें। विराट कोहली की टेस्ट टीम में रोहित के लिए न तो मिडर ऑर्डर में जगह बन पा रही है और न ही ओपनिंग स्लॉट में उन्हें आजमाया जा रहा है। दूसरी ओर केएल राहुल पर टीम मैनेजमेंट कुछ ज्यादा ही मेहरबान बना हुआ है। राहुल ने पिछले साल ओवल, इंग्लैंड (सितंबर 2018) में आखिरी बार टेस्ट शतक जमाया था। इसके बाद वह पिछली 11 पारियों में इस कदर फ्लॉप हुए कि कोई हाफ सेंचुरी तक नहीं जड़ पाए हैं। लेकिन राहुल के ओपनिंग स्लॉट पर कोई खतरा नहीं दिखता टीम मैनेजमेंट उनका भरोसा बनाए रखने के लिए इस बल्लेबाज पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान नजर आता है।
इंग्लैंड दौरे के बाद के से अब तक टीम इंडिया ने कुल 10 टेस्ट मैच खेले हैं। इन 10 में से राहुल को 7 टेस्ट में खेलने का मौका मिला है। ओवर में 149 रन की शतकीय पारी खेलने वाले राहुल के बल्ले से यह शतक भी पूरी 28 पारियों बाद निकला था। उससे पहले उन्होंने 199 रन की पारी चेन्नै के मैदान पर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ ही खेली थी।मौजूदा सीरीज की बात करें तो दो टेस्ट की इस सीरीज में राहुल ने अब तक खेली 3 पारियों में (44, 38 और 13 रन) कुल 95 रन ही बनाए हैं। लेकिन हर नई टेस्ट सीरीज में राहुल लगातार टीम की पहली पसंद रहते हैं। पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने भी यह राय दी थी कि रोहित शर्मा का वनडे फॉर्म टेस्ट में भी आजमाना चाहिए और अगर मिडल ऑर्डर में उनका स्थान पक्का नहीं दिखता है तो उन्हें ओपनिंग स्लॉट पर मयंक अग्रवाल के साथ आजमाना चाहिए। लेकिन विंडीज सीरीज अब अपने अंतिम पड़ाव पर है और टीम इस दौरे पर दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच खेल रही है। लेकिन विराट कोहली ने अपने इनफॉर्म बल्लेबाज रोहित शर्मा को लाल गेंद से आजमाने को कोई मौका नहीं दिया। अब रोहित को साउथ अफ्रीका सीरीज में एक बार फिर प्लेइंग XI में जगह बनाने की उम्मीद होगी।