नागपुर
प्रतिभाशाली बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बता दिया है कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में वही नंबर चार बल्लेबाज की भूमिका निभाएंगे। टीम प्रबंधन ने नंबर चार पर कई प्रयोग किए, लेकिन उसे लगातार असफलताएं मिली। इंग्लैंड में खेले गए 50 ओवरों के विश्व कप से पहले भी कई खिलाड़ियों को इस नंबर पर आजमाया गया, लेकिन कोई भी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाया। क्रिकेट महाकुंभ में विजय शंकर पर भरोसा दिखाया गया, लेकिन यह प्रयोग भी असफल रहा।
फिनिशरों में होंगे शामिल
बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में 33 गेंदों पर 62 रन की पारी खेलने के बाद अय्यर ने कहा, ‘उन्होंने (टीम प्रबंधन) मुझे साफ कर दिया है कि ‘तुम नंबर चार पर बल्लेबाजी करोगे, इसलिए खुद पर भरोसा रखो।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए नंबर चार पर मानदंड स्थापित करने के लिए पिछली कुछ सीरीज वास्तव में महत्वपूर्ण रही। इस नंबर के लिए हम सभी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।’ टीम के दो प्रमुख बल्लेबाजों कप्तान विराट कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद अय्यर ‘फिनिशर’ की भूमिका निभाने वाले खिलाड़ियों में भी शामिल होंगे।
रोहित-विराट के बाद चाहिए भरोसेमंद बल्लेबाज
विश्व कप टीम में जगह नहीं बना पाने की निराशा से उबर चुके इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, ‘यहां तक कि अगर कोहली और रोहित आउट हो जाते हैं कि तो हमें कोई ऐसा बल्लेबाज चाहिए जो आखिर तक बल्लेबाजी कर सके। यही नंबर चार की भूमिका है। मैंने आज यही करने की कोशिश की और मेरे लिए यह अच्छा रहा।’ अय्यर से पूछा गया कि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले टीम उन जैसे कुछ खिलाड़ियों को आजमा रही है और ऐसे में उनकी यह पारी कितना महत्व रखती है? इस पर उन्होंने कहा, ‘हां, निश्चित तौर पर टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है। मुझे निजी तौर पर लगता है कि मेरी खुद से प्रतिस्पर्धा है। मैं नहीं चाहता कि किसी के साथ मेरा आकलन किया जाए।’
किसी भी नंबर पर बैटिंग के लिए तैयार
अय्यर भले ही पिछले कुछ समय से नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन वह टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी नंबर पर खेलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं वास्तव में खुले दिमाग का हूं और किसी भी नंबर पर खेल सकता हूं। इसलिए मैं कड़ी परिस्थितियों में खुद पर भरोसा रखता हूं और आज की पारी दिखाती है कि मैं दबाव में भी खेल सकता हूं।’ अय्यर ने कहा, ‘सहयोगी स्टाफ ने मुझे ही नहीं, बाकी सभी बल्लेबाजों को स्वच्छंद होकर खेलने की छूट दी है। जब आप बल्लेबाजी कर रहे हों तो आपको बहुत सकारात्मक होना चाहिए। अगर गेंद मेरे लिए अनुकूल हो तो मैं खुद पर नियंत्रण नहीं रखूंगा। मैं अपनी सूझबूझ से उसे खेलूंगा।’