नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर में दैनिक जीवन पटरी पर लौट रहा है. धीरे-धीरे घाटी में हालात सामान्य हो रहे हैं. श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट शाहिद चौधरी ने कहा है कि बुधवार रात से ही घाटी में ज्यादातर टेलीफोन सेवाएं चालू कर दी जाएंगी.
शाहिद चौधरी ने कहा कि मोबाइल सेवाएं भी धीरे-धीरे बहाल की जा रही हैं. कुपवाड़ा के कुछ इलाकों में पहले ही टेलीफोन सेवाएं चालू हैं. डीएम ने जनता से धैर्य रखने के लिए आभार जताया है और असुविधा के लिए माफी भी मांगी है.
इससे पहले भी दावा किया जा रहा था कि कश्मीर में टेलीफोन कनेक्टिविटी को फिर से रिस्टोर किया जाएगा. जम्मू कश्मीर के हालात पर गृह मंत्रालय लगातार नजर बनाए हुए है.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक गृह सचिव जल्द ही कश्मीर जाएंगे. गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि कश्मीर में जमीनी हकीकत के मुताबिक योजना पर काम किया जा रहा है. हर दिन किसी न किसी स्तर पर कुछ न कुछ ढील जरूर दी जा रही है.
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (प्लानिंग, मॉनिटरिंग और डेवेलपमेंट) रोहित कंसल ने दावा किया था कि पिछले हफ्ते 81 प्रतिशत थानों में पाबंदियां नहीं थीं, जिसे बढ़ाकर 92 कर दिया गया है. जबकि जम्मू और लद्दाख में दिन में कोई भी प्रतिबंध नहीं है. घाटी में लैंडलाइन सेवा भी बहाल कर दी गई हैं.
रोहित कंसल ने कहा था कि 29 अन्य एक्सचेंज को बहाल किया गया है. अब 95 में से 76 एक्सचेंज चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि घाटी में 26 हजार लैंडलाइन्स को चालू कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि जम्मू और लद्दाख में मोबाइल फोन पूरी तरह चालू हैं. प्रशासन ने बताया कि सरकारी दफ्तर भी पहले की तरह काम कर रहे हैं और स्टाफ भी मौजूद है.