देखी सुनी

जो अपना फल छिपाकर रखते हैं, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं, उनका वजूद ही खत्म हो जाता है

संसार में दो प्रकार के पेड़ पौधे होते हैं, एक फल दिखाता है दूसरा दबा के रखता है

संसार में दो प्रकार के पेड़ पौधे होते हैं। इनमें से पहला अपना फल स्वयं दे देते हैं और बाहर रखते हैं, आम, अमरूद, केला इत्यादि होते हैं। वहीं दूसरे तरह के पेड़ पौधे अपना फल छिपाकर रखते हैं। इसमें से आलू, अदरक, प्याज, कंद आदि पौधे होते हैं, जो अपना फल जड़ों में देते हैं।

ऐसे पैधे जो लोगों को फल अपने आप दे देते हैं, लोग उन वृक्षों को खाद-पानी देकर सुरक्षित रखते हैं। जो फिर से फल देने के लिए तैयार हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर ऐसे वृक्ष या पौधे जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं, उनका वजूद ही खत्म हो जाता है।

ठीक इसी प्रकार, जो व्यक्ति अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में समाज के उत्थान में लगा देते हैं, उनका सभी ध्यान रखते हैं और वे लोगों और समाज से मान-सम्मान पाते हैं।

वहीं दूसरी ओर, जो व्यक्ति अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थ वश छिपाकर रखते हैं। किसी की सहायता से मुख मोड़े रखते हैं, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं। अर्थात् समय रहते ही भुला दिये जाते हैं। प्रकृति हमें किसी न किसी माध्यम से कितना महत्वपूर्ण संदेश देती है। बस हमें इसे समझने, सोचने और कार्य में परिणित करने की बात है।

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