पंचकूला
रोहतक के सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम से उसकी दत्तक बेटी हनीप्रीत ने सोमवार को मुलाकात की. दोनों के बीच करीब 45 मिनट तक मुलाकात चली. जब से गुरमीत राम रहीम को सजा हुई है, तब से हनीप्रीत के साथ उसकी यह पहली मुलाकात है. राम रहीम को साध्वियों से बलात्कार के मामले में बीस साल की सज़ा हुई है. इसके साथ ही पत्रकार रामचंद्र प्रजापति के कत्ल के जुर्म में भी राम रहीम को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है.
बता दें, हनीप्रीत ने राम रहीम से मुलाकात के लिए सरकार को आवेदन दिया था जिस पर सरकार से सकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी. राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था कि 'सभी लोगों को दोषियों से मुलाकात करने का बराबर अधिकार है और कानून किसी को उस व्यक्ति से मिलने से नहीं रोकता'.
इससे पहले राम रहीम ने अपने आश्रम के मुख्यालय में खेतों की देखभाल के लिए 42 दिनों की पैरोल की मांग की थी लेकिन उसकी रिहाई से पैदा होने वाली कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए उसे पैरोल नहीं दी गई थी. पंचकूला की एक अदालत ने हालांकि हनीप्रीत इंसा को हिंसा के मामले में जमानत दे दी.
इससे पहले, निचली अदालत ने हनीप्रीत और 35 अन्य आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह का आरोप हटा दिया था. वह फिलहाल आश्रम के मुख्यालय में रह रही है. राम रहीम को अगस्त 2017 में दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के लिए 20 वर्ष की सजा सुनाई गई थी.
पंचकूला स्थित एक विशेष सीबीआई अदालत ने जनवरी में उसे और तीन अन्य को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 51 वर्षीय राम रहीम फिलहाल रोहतक की उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद है.