अपने खान-पान पर ठीक से ध्यान न देने की वजह से तरह तरह की बीमारियां लोगों को घेरने लगी हैं। यदि उम्र के हिसाब से सही आहार लिया जाए तो आपकी उम्र में कई सालों का इजाफा हो सकता है। वे लोग जिनकी उम्र 40 के पार हो रही है, उन्हें अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिये। डाइट में सही बदलाव कर के आप बाकी की उम्र भी हेल्दी तरीके से गुजार सकते हैं। यहां जानें बढ़ती उम्र में किन किन फूड को खाने से बचना चाहिये…
मीठी चीजों का सेवन
उम्र बढ़ने के साथ साथ मीठी चीज खाने की आदत पर लगाम लगाना जरूरी है। यदि आपको मिठाइयां, चॉकलेट, कोल्डड्रिंक्स पसंद है तो धीरे धीरे कर के इन्हें छोड़ दें। यहां तक कि अगर आप चाय में भी चीनी का सेवन करते हैं तो उसे गुड़ या ब्राउन शुगर से रिप्लेस कर दें। यदि आपने मीठा खाना कम नहीं किया तो आपको इससे मोटापा और हड्डियां कमजोर होने के अलावा डायबिटीज जैसी घातक बीमारियां घेर सकती हैं।
चाय और कॉफी
बहुत ज्यादा चाय और कॉफी पीने से हाई बीपी, माइग्रेन, सिरदर्द, अपच, कब्ज जैसी बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। वहीं अगर आप कॉफी पीने के शौकीन हैं तो बता दें कि इसमें चाय के मुकाबले दोगुनी मात्रा में कैफीन के तत्व पाए जाते हैं। यदि आपकी उम्र बढ़ रही है तो आपको दिन में सिर्फ 1 या 2 कप चाय या कॉफी ही पीनी चाहिये।
ढेर सारा नमक
नमक में सोडियम पाया जाता है, जिसका खाते समय आपको विशेष ख्याल रखना है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्रति दिन व्यक्ति को 2,300 मिली ग्राम तक अपनी सोडियम की मात्रा को सीमित करना चाहिए। डाइट में सोडियम की मात्रा अधिक होने से ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में इंसान को हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
मैदे से बनी चीज
अगर आप बाहर का खाना खाने के शौकीन हैं तो जान लें कि वहां पर बिकने वाली सभी चीजें मैदे के प्रयोग से बनाई जाती हैं। खासतौर पर वे चीजें जिन्हें तल कर बनाया जाता है, वे न सिर्फ आपके पेट के लिये बल्कि दिल के लिये भी हानिकारक साबित हो सकती हैं। इसलिए बढ़ती उम्र में मैदे से बनी चीजें कम से कम खाना चाहिए। मैदे में किसी प्रकार का डाइट्री फाइबर नहीं होता इसलिये ये पूरी तरह से पच नहीं पाता है। इसके सेवन से अक्सर कब्ज की समस्या हो जाती है।
शराब का सेवन
उम्र बढ़ने के साथ साथ शराब का सेवन कम कर देना चाहिए। इसका अधिक सेवन करने से इंसान को हार्ट अटैक, ब्लड़ प्रेशर और नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार शराब का सेवन करने से दवाओं का असर भी प्रभावित होता है। यदि इसे सीमित मात्रा में न पिया गया तो इससे स्तन कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।