नई दिल्ली
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कोदिकुन्निल सुरेश और सांसद गौरव गोगोई ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. ये नेता चाहते हैं कि लोकसभा के अंदर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर चर्चा की जाए. इससे पहले शुक्रवार को जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे उस दौरान विपक्षी पार्टियों ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हंगामा किया था. ऐसे में सोमवार को सदन के दोनों सत्रों में हंगामे की उम्मीद है.
सीएए और एनआरसी लागू कर जिन्ना का सपना हो रहा पूरा
बहुजन समाज पार्टी के सांसद रितेश पांडेय ने कहा कि बीजेपी सरकार सीएए और एनआरसी लागू कर पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना का सपना पूरा करना चाहते हैं. क्योंकि ये जिन्ना ही थे जिन्होंने अलग-अलग हिंदू और मुस्लिम देश का सपना देखा था. सांसद ने आगे कहा कि चौथे औद्योगिक क्रांती के झूठे सपने दिखाकर लोगों को बेवकूफ बना रही है सरकार. आखिर में उन्होंने एक कविता पढ़ी-बांट दिया इस धरती को, चांद सितारों का क्या होगा? नदियों के कुछ नाम रखे,बहती धारों का क्या होगा? शिव की गंगा भी पानी है,आबे ज़मज़म भी पानी, मुल्ला भी पिए,पंडित भी पिए,पानी का मज़हब क्या होगा? इन फिरकापरस्तों से पूछो क्या सूरज अलग बनोगे? एक हवा में सांस है सबकी, क्या हवा भी नयी चलाओगे ? नस्लों का करे जो बटवारा रहबर वो कौम का ढोंगी है, क्या खुदा ने मंदिर तोडा था या राम ने मस्जिद तोड़ी है?
ओबसी समुदाय के लोगों का हो अलग आंकड़ा
बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा ने कहा कि ओडिशा में 38 प्रतिशत आदिवासी समाज के लोगों की आबादी है और 12 प्रतिशत आबादी एससी समुदाय की लेकिन ओबीसी समुदाय को लेकर हमारे पास कोई आंकड़ा नहीं है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बार-बार कहते रहे हैं कि जनगणना में एससी-एसटी और अन्य की जगह, एससी-एसटी, ओबीसी और अन्य करें. ताकि हमें पता चल सके कि राज्य और देश में ओबीसी की वास्तविक संख्या क्या है.