रायपुर
निकाय चुनाव में जिन वर्तमान पार्षदों या उनके परिजनो को टिकट नहीं मिली तथा जो संभावित दावेदार थे और दौड़ से बाहर हो गए,ऐेसे लोगों ने अघोषित तौर पर इस चुनाव से कन्नी काट ली है। केवल औपचारिकता के लिए वे अपनी उपस्थिति दिखा रहे हैं। पार्टी की धमकी-चमकी या मान मनौव्वल का इन पर कोई असर नहीं हुआ है,वे कार्रवाई करने लायक कोई मौका भी नहीं दे रहे हैं लेकिन अपना काम बखूबी निभा रहे हैं। कुछ तो भोर में और कुछ मध्य रात्रि के बाद वार्डो में भ्रमण कर मतदाताओं के ठियों पर पहुंचकर संपर्क साध रहे हैं और स्व विवेक से वोट करने की बात करते हुए चुनावी शिष्टाचार भी निभा रहे हैं। यदि भूले से किसी पार्टी नेता या कार्यकर्ता से मुलाकात हो गई तो सहज ही कह रहे हैं प्रचार करने आए थे। अब भला ऐसे प्रचार का पार्टी के घोषित प्रत्याशियों को कितना नफा-नुकसान होगा यह तो परिणाम ही बतायेगा। कमोबेश हर वार्ड में यही स्थिति है।