नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में विधि छात्रा के कथित उत्पीड़न के आरोपी पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पीड़िता द्वारा वीडियो वायरल करने के ठीक 12 दिन बाद बुधवार को यहां मीडिया से मुखातिब हुए। स्वामी ने पत्रकारों से कहा कि “उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर एसआईटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मैं मीडिया में अपनी बात रख कर एसआईटी की सुनवाई में व्यवधान पैदा करना नहीं चाहता और ना ही मैं चाहता हूं कि किसी भी तरीके से जांच प्रभावित हो। मैं जांच में पूरा सहयोग करूंगा।”
चिन्मयानंद ने कहा “ हमें दुख इस बात का है कि जब हम स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में एल एल एम की कक्षाएं शुरू कराने का प्रयास कर रहे थे तब भी कालेज के कुछ लोगों द्वारा बवाल शुरू कर दिया गया और आज जब हम विश्वविद्यालय बना रहे हैं, हमारी वित्त मंत्री जी से बात हो गई है तारीख भी तय हो गई है और मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें प्रस्ताव देना था, इसी बीच विश्वविद्यालय के कार्य को बाधित करने के लिए यह मामला उछाल दिया गया। ” उन्होंने कहा “मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि वह कौन लोग हैं जो जिले के विकास में रोड़ा डाल रहे हैं आखिर उनकी मंशा क्या है।”
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली शाहजहांपुर की कानून की छात्रा के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता के खिलाफ सभी सबूत अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षित रखे हुए हैं और जांच शुरू होने के बाद वे सबूत विशेष जांच टीम (एसआईटी) को सौंप दिए जाएंगे।