मुंबई
चीन से लौटे दो व्यक्तियों के नए किस्म के करॉना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में एक अस्पताल के अलग वॉर्ड में रखा गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। दरअसल चीन में करॉना वायरस से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं और इसके चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 19 जनवरी से 1,789 यात्रियों की करॉना वायरस संक्रमण की जांच (थर्मल स्क्रीनिंग) हो चुकी है। इन्हीं में से दो यात्री, जो चीन से यहां आए थे, उन्हें बीएमसी द्वारा संचालित चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक इस जानलेवा संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा, ‘बीते 14 दिन में चीन के वुहान से होकर आए किसी भी यात्री को थर्मल स्क्रीनिंग में इससे संक्रमित नहीं पाया गया।’ इस विषाणु से संक्रमण का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से सामने आया था। चीन में करॉना वायरस के मद्देनजर बृह्ममुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वॉर्ड बनाया गया है।
करॉना वायरस के संदिग्धों के लिए बना स्पेशल वॉर्ड
बीएमसी में कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मजा केस्कर ने बताया, ‘ऐसे लोगों के निदान और उपचार के लिए एक अलग वॉर्ड बना दिया गया है जिनके करॉना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है।’ केस्कर ने बताया कि निकाय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चीन से यहां आए दो लोगों को निगरानी में रखा है। उन्हें हल्का जुकाम है और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण हैं। निगरानी में रखे गए दोनों व्यक्तियों के बारे में और विवरण का इंतजार है। उन्होंने बताया कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नियुक्त डाक्टरों से कहा गया है कि चीन से आने वाले किसी भी यात्री में अगर करॉना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें इस वॉर्ड में भेजने को कहा गया है।
निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को भी किया गया सतर्क
निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी चीन से लौटे और इस तरह के लक्षण वाले लोगों का पता चलने पर उन्हें इस वॉर्ड में भेजने को कहा गया है। कस्तूरबा अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से इस बारे में दिशा-निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कस्तूरबा अस्पताल के अलावा पुणे के नायडू अस्पताल में भी अलग वॉर्ड बनाया गया है। करॉना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है जो सामान्य जुकाम से लेकर श्वास तंत्र की गंभीर समस्या तक पैदा कर सकता है। चीन में जिस वायरस से संक्रमित होकर लोगों की जान जा रही है, वह इससे अलग किस्म का है और इसे पहले कभी नहीं देखा गया। करॉना वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति में बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, हांफना जैसे लक्षण नजर आते हैं।