पेइचिंग
चीन ने करॉना वायरस को फैलने से रोकने के लिए गुरुवार को वुहान सहित 5 शहरों को सील कर दिया। देशभर में इस वायरस से 630 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 17 लोगों की मौत हो चुकी है। चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों, विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है। सिर्फ वुहान और हुगांग की ही जनसंख्या करीब 2 करोड़ है। चीनी अधिकारियों ने गुरुवार शाम हुबेई प्रांत में 5 शहरों – हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की। यह वायरस भारत के लिए भी चिंता की बात है।
वुहान और आस-पास के इलाकों में 700 भारतीय छात्र
दरअसल, हुबेई प्रांत में कई भारतीय भी रहते हैं। ऐसे में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों की सहायता के लिए हॉटलाइन स्थापित की है। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है। भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह हैं क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं।
सऊदी में भारतीय नर्स वायरस की चपेट में
उधर, सऊदी अरब में कार्यरत केरल की रहने वाली एक नर्स को करॉना वायरस से संक्रमित पाए जाने की खबर मिलने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को अरब देश से बात कर मामले में संज्ञान लेने और उचित इलाज मुहैया कराने के संबंध में पत्र लिखा है। इधर, आपको बता दें कि भारत में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत सात हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए चीन से आनेवाले यात्रियों की जांच हो रही है।
चीन में 2 करोड़ लोग घरों में किए गए 'कैद'
उधर, चीन सरकार ने लोगों को निर्देश दिए हैं कि उनके पास जब तक कोई बेहद जरूरी कारण न हो, शहर न छोड़ें। ट्रेन और विमान के परिचालन पर रोक लगा देने के कारण 2 करोड़ लोग इस बंद का सामना कर रहे हैं। वुहान में यह बीमारी तेजी से फैल रही है और यह आगे न बढ़े इसलिए यह फैसला किया गया है।