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चीन की यात्रा पर न जाएं भारतीय, स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी

 
नई दिल्ली 

चीन में कोरोना वायरस का कहर जारी है. कोरोना वायरस की वजह से अब तक 300 से ज्यादा मौतों के मामले सामने आ चुके हैं. इसके मद्देनजन भारत सरकार ने अपने नागिरकों के लिए चीन जाने को लेकर नई ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है. इसमें भारतीय नागरिकों से चीन की यात्रा करने से परहेज करने को कहा गया है.

असल में, कोरोना वायरस के संभावित खतरों के मद्देनजर कैबिनेट सेक्रेटरी ने रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग, गृह विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग, हेल्थ रिसर्च और एनडीआरएफ विभाग के अधिकारी शामिल हुए थे. कैबिनेट सेक्रेट्री की अगुवाई में यह 6वीं बैठक हुई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नए ट्रैवल एडवाइजरी में कहा है कि भारतीय चीन की यात्रा करने से बचें. अगर यात्रा करनी पड़े तो चीन से लौटने के बाद उन्हें अलग रखा जा सकता है. अगर कोई 15 जनवरी 2020 से चीन यात्रा पर गया है या लौटा है, तो उसे अलग रखा जा सकता है.

वहीं गृह मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक ई-वीजा पर चीन में रहने वाले अन्य देशों के नागरिकों की भारत की यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है.

वुहान में फंसे सभी भारतीय लौटे
इसी बीच रविवार को ही 330 यात्रियों का एक दल जिसमें 7 मालदीव के नागरिक भी शामिल हैं, भारत लौटा है. 300 यात्रियों को आईटीबीपी के छावला स्थित कैंप में रखा गया है और 30 यात्रियों को मानेसर के आर्मी कैंप में रखा गया है. उनकी निगरानी की जा रही है.

अंतिम संस्कार करने पर चीन में रोक
चीन में कोरोना वायरस महामारी बनकर सामने आया है. चीन ने रविवार को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए इस बीमारी से मरने वालों को दफनाने, जलाने या अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी है. इसी बीच हुनान प्रांत में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका जताई जा रही है. कोरोना वायरस से चीन में अब तक 304 लोगों की मौत हो चुकी है.

चीन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग, नागरिक मामले मंत्रालय और जन सुरक्षा मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश के अनुसार, शवों का अंतिम संस्कार उनके स्थान के नजदीक ही शवदाह गृहों में किया जाना चाहिए, उन्हें एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में नहीं ले जाया जा सकता और उन्हें दफना कर या अन्य साधनों से संरक्षित नहीं किया जा सकता.

कोरोना वायरस से निपटने की हो रही है कोशिश
चीन में बर्ड फ्लू का खतरा ऐसे समय सामने आया है, जब पहले से ही लगातार कोरोना वायरस से निपटने की पुरजोर कोशिश की जा रही है. चीन में अबतक इस वायरस से 14,380 लोग प्रभावित हो चुके हैं. एच5एन1 फ्लू वायरस को कोबर्ड फ्लू भी कहा जाता है. पक्षियों में इससे सांस लेने की गंभीर बीमारी पैदा हो जाती है और यह इंसानों के लिए भी संक्रामक है.

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