रायपुर
नान घोटाला की परत जहां पर खुली वहीं नई जानकारी मिली.पता नहीं कहां तक इसका लिंक अभी और आगे जुड़ेगा, राज खोलने के लिए वैसे तो कई सारे सूत्र जांच टीम के पास उपलब्ध है लेकिन ताजा जानकारी में बता रहे हैं कि ईओडब्ल्यू ने जो लैपटाप चिंतामणि चंद्राकर से जब्त किए है। कई अधिकारियों व नेताओं के नाम दर्ज हैं। पुख्ता तहकीकात के लिए परीक्षण हेतु इसे हैदराबाद भेजा जा रहा है और खबर आते ही उन लोगों की चिंता बढ़ गई है कि लैपटाप कहीं उनका नाम न उगल दे। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए 36 हजार करोड के इस महाघोटाले को तह तक ले जाने वर्तमान सरकार ने कमर कस ली है। वैसे तो चिंतामणि खुद लबालब है जो 20-25 करोड के मालिक के रूप में तो अभी तक पहचाने जा चुके हैं न जाने और कितनी संपत्ति का राज दफन होगा जो दूसरे के नाम पर बना रखा है। डायरी से लेकर लैपटाप के साथ शिकायतकतार्ओं ने भी कई दस्तावेज इस घोटाले से जुड़े होने का उपलब्ध कराया है,इसलिए इंतजार करे और नामों का..।