नई दिल्ली
चाइल्ड पॉर्नोग्रफी के एक मामले में जर्मन पुलिस की जांच से बाल यौन शोषण का एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह सामने आया है। इसमें भारत समेत कई देशों के नागरिक शामिल हैं। सीबीआई ने देश के अलग-अलग राज्यों के 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ये सातों आरोपी कथित रूप से इस गिरोह का हिस्सा हैं।
एफआईआर दर्ज करने से पहले सीबीआई की जांच में पाया कि ये सातों दिल्ली की निरंकारी कॉलोनी, चेन्नै के सेलीपुर और इब्राहिम साहिब, फरीदाबाद के अमर नगर, साहिबाबाद के पसौंडा, हावड़ा के भट्टाचार्य पारा लेन और राजस्थान के चोमू जिले के रहने वाले हैं। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी इलेक्ट्रॉनिक रूप में चाइल्ड पॉर्नोग्रफी की सामग्री प्रसाारित करने में लिप्त पाए गए हैं। आईटी ऐक्ट के सेक्शन 67 के तहत यह संगीन अपराध है।
दूतावास से जानकारी के आधार पर सीबीआई ने प्रारंभिक जांच
दरअसल, जर्मनी में कुछ महीनों पहले ल्यूबेक शहर की पुलिस ने जर्मनी के एक नागरिक को बच्चों के यौन शोषण और चाइल्ड पॉर्नोग्रफी से जुड़ी सामग्री प्रसारित करने के मामले में गिरफ्तार किया था। उसे इस मामले में 5 साल जेल की सजा सुनाई गई। सूत्रों ने बताया कि इसी बीच 31 जनवरी को जर्मन दूतावास से मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई ने प्रारंभिक जांच शुरू की। इसके बाद सितंबर के अंत में एफआईआर दर्ज की गई।
वॉट्सऐप ग्रुप से आरोपियों का चला पता
ल्यूबेक शहर की पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी के घर की तलाशी ली थी। तलाशी में पुलिस को बाल यौन शोषण से संबंधित काफी फोटो और विडियो के डेटा मिले। साथ ही यह भी पाया गया कि आरोपी मोबाइल नंबर 049-15203966*** से वॉट्सऐप अकाउंट यूज कर रहा था। वह ऐसे 29 वॉट्सऐप ग्रुप का मेंबर था, जिन ग्रुप में बाल यौन शोषण संबंधित सामग्री शेयर की जा रही थी। एक अधिकारी ने बताया कि इन वॉट्सऐप ग्रुप में कुल 483 मेंबर थे। ये सभी मेंबर अलग-अलग देशों के हैं। इनमें से 7 ऐक्टिव मेंबर भारत के पाए गए।