मुंबई
गणेशोत्सव के बीच महाराष्ट्र के मुंबई पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां चंद्रयान-2 के लिए इसरो के वैज्ञानिकों की दिल खोलकर तारीफ की। पीएम ने कहा कि चंद्रयान-2 मिशन में एक रुकावट जरूर आई है लेकिन चांद पर पहुंचने का हमारा सपना साकार होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि इसरो ने इस मिशन के लिए जिस तरह से मेहनत की, उसके लिए हमें इससे जुड़े सभी लोगों पर गर्व है।
पीएम मोदी ने मुंबई के लोगों को गणपति उत्सव के बीच बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी ने यहां 19 हजार करोड़ रुपये की लागत वाले तीन और मेट्रो कॉरिडोर्स की आधारशिला रखी। पीएम ने भारत अर्थ मूवर्स द्वारा निर्मित मेक इन इंडिया मेट्रो कोच का भी उद्धाटन किया।
इस दौरान यहां एक कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने चंद्रयान-2 को लेकर इसरो के वैज्ञानिकों की तारीफ की। पीएम ने कहा, 'अपने लक्ष्य के लिए कैसे दिन रात एक कर दिया जाता है। कैसे विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी, बड़ी से बड़ी चुनौती में भी पूरी तन्मयता के साथ हम अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुटे रह सकते हैं, यह हम इसरो के वैज्ञानिकों से सीख सकते हैं। इसरो वैज्ञानिकों ने जो हौसला दिखाया है, उसे देखकर मैं बहुत प्रभावित हूं। '
चंद्रयान-2 पर पीएम मोदी का संबोधन, 10 बड़ी बातेंमंजिल तक पहुंचने से पहले नहीं रुकेंगे इसरो वैज्ञानिक
इसरो वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा, 'किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने वाले तीन तरह के लोग होते हैं। सबसे निचले स्तर पर वे होते हैं जो रुकावटों के डर से कभी काम की शुरुआत नहीं करते। मध्य स्तर पर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो काम तो शुरू कर देते है पर रुकावट आते ही भाग जाते हैं। सबसे ऊंचे स्तर पर वे लोग पहुंचते हैं जो लगातार रुकावट के बावजूद निरंतर प्रयास करते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके ही दम लेते हैं। इसरो वैज्ञानिक इसी स्तर के लोग हैं।एक रुकावट आज हमने देखी है लेकिन इसरो के वैज्ञानिक तब तक नहीं रुकेंगे जब तक मंजिल तक नहीं पहुंच जाते। चांद पर पहुंचने का सपना पूरा होकर रहेगा।'
मुंबई के लोगों की तारीफ
मुंबई के लोगों की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा, 'मुंबई वह शहर है जिसकी गति ने देश को भी गति दी है। यहां के परिश्रमी लोग, यहां के प्रफेशनल्स, यहां की माताएं-बहनें, सभी लोग मुंबई से प्यार करते हैं, गर्व करते हैं।'
5 ट्रिल्यन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा देश
पीएम ने कहा, 'आज जब देश 5 ट्रिल्यन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है, तब हमें अपने शहरों को भी 21वीं सदी की दुनिया के अनुसार ही बनाना होगा। इसी सोच के साथ हमारी सरकार अगले 5 साल में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।'