कहते हैं कि जो लोग वास्तु के हिसाब से चलते हैं और उसकी गहराई को समझते हैं, वह अपने जीवन में आने वाली हर समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके पीछे का कारण ये माना जाता है कि संकट कैसा भी वास्तु शास्त्र उसका पहले से इसांन को दे देता है। घर हो या ऑफिस कहीं भी अगर नकरात्मक ऊर्जा हो तो वहां वास्तु में बताए गए नियम काम करते हैं। वास्तु शास्त्र का मानना है कि हर परेशानी के लिए बुरी ऊर्जाएं जिम्मेदार होती हैं, वो बुरी ऊर्जा जिसे हम निगेटिव एनर्जी कहते हैं।
आज हम आपको वास्तु शास्त्र के माध्यम से एक ऐसी चीज़ के बारे में बताएंगे, जो आए दिन लोगों में देखने मिल रही है और जिसका नाम सुनकर ही लोग घबरा जाते हैं। जी हां, हम बात कर रहे है कैंसर जैसी बीमारी के बारे में। आज विश्व कैंसर डे पर हम इसके बारे में लोगों को आगज़ करने जा रहे हैं। कहते हैं कि अगर इस बीमारी का शुरूआत में ही इलाज कर लिया जाए तो ये ठीक भी हो जाती है, लेकिन अगर इसकी नजरअंदाज कर दिया जाए तो लोगों की मौत होना तय होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार एक व्यक्ति जिस घर में निवास करता है वहां की दिशाएं ही उसे कैंसर देने के लिए जिम्मेदार होती हैं। दरअसल घर की दिशाओं का गलत प्रयोग ही उसके लिए कैंसर जैसी परेशानी लाता है। वास्तु द्वारा दिशाओं के कुल 8 ऐसे दोष बताए गए हैं, जो व्यक्ति को कैंसर जैसा जानलेवा रोग देने के लिए जिम्मेदार होता हैं। चलिए आगे जानते हैं, उन दिशाओं के बारे में, जो कैंसर का कारण बनती हैं।
वास्तु के हिसाब से घर की उत्तर-पूर्व दिशा गोलाकार हो या बंद हो तो वहां वास्तु दोष बनता है। इसकी वजह से घर में रहने वाले किसी भी सदस्य के किसी भी भाग में कैंसर हो सकता है, जिससे व्यक्ति के फेफड़े प्रभावित हो सकते हैं।
अगर घर की उत्तर पूर्व दिशा बढ़ी हुई है लेकिन पश्चिम दिशा दबी हुई है, तो घर में रहने वाली किसी भी व्यक्ति को नसों और गर्दन में कैंसर हो जाने की सम्भावना होती है।
उत्तर पूर्व, पूर्व, उत्तर पश्चिम, ऊंचा होना तथा दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा का नीचा होना ब्रेन कैंसर दे सकता है।
वास्तु के हिसाब से घर की उत्तर दिशा हमेशा सही होनी चाहिए, लेकिन अगर यही ठीक न हो तो कई सारे दोष उत्पन्न होते हैं। अगर घर की उत्तर पूर्व दिशा के साथ दक्षिण पूर्व दिशा में वास्तु दोष आ जाए, तो यह सीने में कैंसर बना सकता है।
उत्तर पूर्व दिशा दोषपूर्ण हो तो यह कैंसर बनाता है। इस दिशा के साथ अगर दक्षिण पश्चिम दिशा का कोई भाग या पूरी दक्षिण दिशा ही दोषपूर्ण हो, तो यह किडनी का कैंसर बनाता है।
उत्तर पूर्व दिशा के साथ अन्य भागों का दोषपूर्ण होना ब्लड कैंसर की संभावना देता है।
यह एक ऐसा दोष है, जिसके लिए गहराई से जांच करनी पड़ती है। कई बार घर के बीचो बीच गड्ढा होता है, लेकिन इसका पता घर वालों को नहीं चलता। यह घर का मुख्य स्थान होता है, जो यदि खराब या यहां पर गन्दा पानी जमा रहता हो, तो यह पेट का कैंसर दे सकता है।