घर का कचरे ही नहीं बल्कि दरिद्रता भी करता दूर झाड़ू

झाड़ू ऐसी चीज़ है जो हर किसी के घर में होती ही है। इसका उपयोग घर आदि के कचरे को दूर करने  लिए जाता है। लेकिन क्या आप में से कोई ये जानता है कि झाड़ू का संबंध हिंदू धर्म की एक प्रमुख देवी से माना जाता है। जी हां, आप ने कुछ गलत नहीं पड़ा। वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू का संबंध धन की देवी लक्ष्मी से है। इसलिए ऐसा कहा जाता जिस घर में झाड़ी का अपमान किया जाता है वहां कभी देवी लक्ष्मी स्थिर नहीं होती।

वास्तु शास्त्र में बताया गया है झाड़ू घर का कचरा ही नहीं बल्कि वहां की दरिद्रता की भी दूर करता है। जिस घर में पूरी साफ़-सफ़ाई रहती है वहां हमेशा धन, संपत्ति और सुख-शांति बनी रहती है। वास्तु में झाड़ू से संबंधित बहुत सी बातें बताई गई है। माना जाता है इन बातों का पालन करने से घर में सदैव मां लक्ष्मी का वास होता है। आइए जानते हैं कि कौन सी है वो बातें-

कभी अगर गलती से झाड़ू को पैर लग जाए तो उसी वक्त मां लक्ष्मी से क्षमा की प्रार्थना कर लेना चाहिए।

जब घर में झाड़ू का इस्तेमाल न हो, तो उसे नज़रों के सामने से हटाकर ही रखना चाहिए।

कुछ लोगों की आदत होती है कि वो सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाते हैं। अगर वास्तु की दृष्टि से देखें तो शाम के समय झाड़ू लगाने से घर में आर्थिक परेशानी आती है।

बतात चलें इसके अलावा झाड़ू को कभी भी खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि झाड़ू खड़ा रखने से घर में कलह होता है।

अगर आपके घर में पड़ी झाड़ू बहुत पुरानी हो जाए तो इसे कूड़े में फेंक दें, ध्यान रखें इसे जलाएं नहीं। इससे घर में दरिद्रता आती है।

अक्सर देखा जाता है कुछ लोगों के घर में जब कोई जानवर घुस आता है तो वो उसे झाड़ू से मारकर भगाते हुए नज़र आते हैं। मगर वास्तु की दृष्टि से ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता।

जब भी परिवार का कोई बड़ा-छोटा सदस्य घर से बाहर जाएं उसके तुरंत बाद बाहर जाते कभी झाड़ू न लगाएं। ऐसा माना जाता है इससे घर की सुख-समृद्धि चलती है।  

हर व्यक्ति को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी पूजा घर के ईशान कोण में झाड़ू और कूड़ेदान न हो। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इसके अलावा इस बात को भी हमेशा दिमाग में रखें कि अगर झाड़ू को बदलना हो तो शनिवार को ही बदलें।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य दरवाज़े के पीछे एक छोटी झाड़ू टांगकर रखना चाहिए। कहा जाता है इससे घर में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

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