छत्तीसगढ़

ग्रामीणों ने नहीं की वोटिंग, पोलिंग पार्टी को भी बनाया बंधक

महासमुंद
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के महासमुंद (Mahasamund) जिले में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण (Panchayat Election) के मतदान के बीच पोलिंग पार्टी को ही बंधक बना लिया गया है. बागबाहरा के ग्राम पंचायत कन्हारपुरी के आश्रित ग्राम कोल्दा में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार (Election Boycott) कर दिया. जानकारी के मुताबिक, 3 बजे तक कोल्दा मतदान केंद्र में एक भी वोट नहीं पड़े. मतदान का समय खत्म होने के बाद मतदान कर्मी जब वापस जाने लगे तो ग्रामीणों ने मतदान दल को बंधक (Polling Party taken Hostage) बना लिया. नारेबाजी करते हुए ग्रामीण मौके पर उच्च अधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे. मामला बुगड़ता देख मौके पर खल्लारी पुलिस की टीम पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश देने लगी.

मिली जानकारी के मुताबिक, बागबाहरा के ग्राम पंचायत कन्हारपुरी के आश्रित ग्राम कोल्दा के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया था. गावं के मितानिन और कोटवार ने भी ग्रामीणों का समर्थन करते हुए वोटिंग नहीं की है. मतदान का समय खत्म होने के बाद जब टीम वापस जाने लगी तो ग्रामीण स्कूल के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए. ग्रामीणों ने मतदान दल को ही स्कूल के अंदर बंधक बना लिया. उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग ग्रामीण कर रहे थे.

महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के कन्हारपुरी पंचायत के आश्रित ग्राम कोल्दा के ग्रामीणों ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के तहत होने वाले पंचायत, जनपद और जिला पंचायत चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया था. ग्रामीणों ने इसके लिए बाकायदा स्कूल में बैनर लगा रखा था. ग्रामीणों ने गांव में किसी भी जनप्रतिनिधि और चुनावी प्रत्याशी को चुनाव प्रचार करने आने से भी रोक लगा दी थी. मालूम हो कि कोल्दा गांव 6 वार्डों में बंटा है लेकिन इस गांव के किसी भी व्यक्ति ने पंच चुनाव के लिए अपना नामांकन तक दाखिल नहीं किया है. ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व में ग्रामीणों ने ग्राम कोल्दा को कन्हारपुरी पंचायत से हटाकर अन्यत्र पंचायत में जोड़ने की मांग की थी, जिसपर प्रशासन ने कोई पहल नहीं की. इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था.

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