गौधन की हुई पूजा-अर्चना, भगवान को लगाया छप्पन भोग
भोपाल. गोवर्धन पूजन रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। शहर में कई स्थानों पर घरों के बाहर गोबर से गिरिराज की प्रतिमा बनाई गई। लोगों ने पूजा-अर्चना कर परिक्रमा लगाई और सुख समृद्धि की कामना की। कई स्थानों पर सामूहिक रूप से पूजा अर्चना हुई और झांकियां सजाई गई। शहर के मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव के आयोजन किए गए। सुबह से ही गोवर्धन पूजा का सिलसिला शुरू हो गया था।
शहर की अनेक कॉलोनियामें लोगों ने गाय के गोबर से गिरिराज की आकृति बनाई। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व का उत्साह खासा नजर आया। मंदिरों से लेकर घरों तक इस पर्व की धूम दिखाई दी। भजन गाकर गोवर्धन को अघ्र्य देकर खीर, पूरी से भोग लगाने के बाद पूजा पाठ किया। कोरोना गाइडलाइन का पालन किया: तेजस जन कल्याण समिति की ओर से सार्वजनिक गोवर्धन पूजा एवं परिक्रमा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम छोला दशहरा मैदान में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत 15 फीट की आकर्षक गोवर्धन की प्रतिमा की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना के साथ हुई। श्रद्धालुओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आत्मनिर्भर भारत, कोरोना संक्रमण के जड़ से खत्म होने तक सरकार द्वारा जारी सभी निर्देशो का पालन करने के संकल्प के साथ गोवर्धन की परिक्रमा की और हवन में आहुति दी। इस दौराना जबलपुर, भोपाल के कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर वरुण गुप्ता, कैलाश बेगवानी, प्रवीण गुप्ता आदि उपस्थित थे।
श्रीकृ ष्ण प्रणामी मंदिर में भजन, गरबा सहित अन्य आयोजन
शिवाजी नगर स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस मौके पर भजन, गरबा नृत्य सहित अनेक सांस्कृतिकआयोजन किए गए। इस मौके पर मंदिर के महंत पं. रूपराज शर्मा ने अन्नकूट पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। इस पर्व के माध्यम से संदेश दिया गया कि थाली में उतना ही अन्न ले जितना हम खा सके। भूखे जरूरतमंद का पेट भरना सबसे बड़ा सामाजिक सरोकार है। इस दौरान भगवान 111 व्यंजनों का भोग लगाया गया।