दिल्ली
मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (ex cm shivraj singh chauhan) का मानना है कि बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी (prahlad lodhi) की सदस्यता शून्य करने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. उन्होंने आऱोप लगाया कि एक दल को फायदा पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. फैसला आने से पहले ही विधानसभा अध्यक्ष ने अपना फैसला सुना दिया.
बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता ख़त्म करने का मामला गर्माया हुआ है. बीजेपी इसे लेकर आक्रोशित है. दिल्ली दौरे पर आए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी विधान सभा अध्यक्ष के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, विधानसभा अध्यक्ष किसी दल के नहीं होते हैं. वो निष्पक्ष होते हैं. प्रह्लाद लोधी की सदस्यता ख़त्म करने का फैसला जल्दबाज़ी में लिया गया. ऐसा सिर्फ एक दल को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया.
विधानसभा अध्यक्ष पर हमला करते हुए शिवराज सिंह ने कहा सदस्यता रिक्त करने का अधिकार भी उन्हें नहीं है. यह अधिकार चुनाव आयोग की अनुमति से राज्यपाल को है. इसलिए सदस्यता शून्य करना गैरकानूनी है.शिवराज सिंह चौहान ने कहा लोधी इस मुद्दे को लेकर हाई कोर्ट गए हैं. लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. भाजपा हर स्तर पर फैसले का विरोध करेगी.मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भोपाल में राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाक़ात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मंगलवार को अचानक दिल्ली आए. उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुलवाया था.शाह से मुलाकात के बारे में शिवराज सिंह ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.