रायपुर
सेंट्रल आईटी की छापा जिन लोगों को यहां पड़ी थी उनमें एक प्रमुख नाम केबल व होटल कारोबारी गुरूचरण सिंह होरा का भी था। छापे के बाद जो जानकारी कांग्रेसी हल्कों से दी जा रही है उसमें महापौर, पूर्व सीएस, ब्यूटी सेलून संचालिका व पति सभी के पास से कुछ लाख बरामद हुए हैं। यहां तक कि एक कांग्रेस कार्यकर्ता के घर तो मुश्किल से 18 सौ रुपए ही बरामद हो पाए हैं। ठीक इसके उलट भाजपा से जुड़े गुरूचरण सिंह होरा के घर व संस्थान में 50 व 51 लाख कुल एक करोड़ एक लाख की बरामदगी दिखाई गई है। जिसे लेकर तंज कसा जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता के यहां तो ज्यादा बड़ी राशि मिली है।
मालूम हो कि गुरूचरण की बड़ी भूमिका रायपुर नगर निगम में कांग्रेस महापौर बनाने में रही हैं,सभी निर्दलियों को उन्होने कांग्रेस के पक्ष में किया था। तब लग रहा था कि होरा की नजदीकी कांग्रेस से बढ़ गई है। इससे पहले ओलंपिक संघ से जुड़े विभिन्न खेल संघों को भी उनके ही अगुवाई में निवृतमान अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ लामबंद किया गया था। हालांकि इसके लिए नियमों व नीतियों का हवाला दिया गया था। जबकि होरा भाजपा शासनकाल में पूरी तरह शासन के इर्द-गिर्द अपनी मौजूदगी दिखाते रहे,खासकर खेल संगठन में। लेकिन सरकार बदलने के बाद उन्होने भी पाला बदल दिया था। इस बीच विगत दिनों छापा की कार्रवाई के बाद जिस प्रकार प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेता पल्ला झाड़ रहे हैं कांग्रेस में होरा की राह मुश्किल नजर आ रही है।