हैमिल्टन
भारत के मयंक अग्रवाल ने रविवार को यहां ड्रॉ हुए अभ्यास मैच में मनोबल बढ़ाने वाली 81 रन की पारी खेली। मयंक की इस उपयोगी पारी से न्यूजीलैंड दौरे पर उनकी खराब फॉर्म का अंत हुआ, जिसके बारे में वह सोचना नहीं चाहते। अभ्यास मैच में इस पारी से पहले अग्रवाल ने 8, 32, 29, 37, 24, 0, 0, 32, 3, 1, 1 रन की पारी खेली थी। मयंक की इन पारियों के चलते न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले उनके आत्मविश्वास को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। अग्रवाल ने पत्रकारों से कहा, 'यहां खेलना थोड़ा अलग है लेकिन मैं उन सब चीजों को पीछे छोड़ देना चाहता हूं। जो हो चुका है, वो पुराना हो चुका है। हां, इस अभ्यास मैच की दूसरी पारी में मैंने 81 रन बनाए और मैं इस आत्मविश्वास को टेस्ट मैच में भी जारी रखना चाहता हूं।'
वह हालांकि पुरानी बातों को याद करने में भरोसा नहीं रखते और उन्होंने बस इतना कहा कि उन्होंने बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ के साथ सत्र में तकनीकी खामियों को दूर करने की बातें कीं। अग्रवाल ने कहा, 'विक्रम सर और मैंने बैठकर इस चीज के बारे में बात की कि मुझे कहां सुधार करने की जरूरत है। हां, हमने इस पर काम किया। पहली पारी में जब मैं आउट हुआ तो मैं नेट में गया और काफी ड्रिल्स की। मैं खुश हूं कि जिस चीज पर काम किया गया, वह अब अच्छा हो रहा है।' इस बल्लेबाज से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इनमें से एक मुद्दा 'क्लोज्ड स्टांस' का था। लेकिन वह इसके बारे में ज्यादा चर्चा नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा चर्चा नहीं करना चाहता। हां, हमने काम किया है और हम आगे बढ़ रहे हैं और मैं इसे ऐसे ही छोड़ना चाहता हूं। मैं खुश हूं कि हम इसे सही करने में सफल रहे।' अग्रवाल ने कहा, 'जो हो चुका है, उसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं। निश्चित रूप से मैं वो वापस नहीं ला सकता। मैं अब खुद से कहना चाहूंगा कि हां मैंने यहां नाबाद 81 रन बनाए और मैं इसे टेस्ट मैच में भी जारी रखना चाहूंगा।'