नई दिल्ली
क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के दो महीने के अंदर अंबति रायडू ने यू-टर्न ले लिया है. 33 साल के रायडू दोबारा खेलने के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने आगामी घरेलू सीजन में हैदराबाद के लिए खेलने की इच्छा जताई है. उन्होंने विश्व कप-2019 के लिए अनदेखी किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था. रायडू ने अपनी उपलब्धता के बारे में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) को सूचित किया है.
अंबति रायडू ने एचसीए को लिखा, 'मैं रिटायरमेंट से वापसी करना चाहता हूं और क्रिकेट से सभी फॉर्मेट में खेलना चाहता हूं.' द हिंदू में रायडू का भावुक पत्र छपा है, जिसमें उन्होंने लिखा- 'मैं चेन्नई सुपर किंग्स, वीवीएस लक्ष्मण और नोएल डेविड का शुक्रिया करना चाहूंगा, जिन्होंने मुश्किल समय में मेरा साथ दिया. समझाया कि मुझमें अब भी क्रिकेट बाकी है. मैं हैदराबाद टीम के लिए खेलने का इंतजार कर रहा हूं. मैं हैदराबाद टीम के साथ जुड़ने के लिए 10 सितंबर से उपलब्ध रहूंगा.'
एचसीए ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, 'अंबति रायडू ने अपने संन्यास की घोषणा वापस ले ली है और खुद को 2019-10 सीजन में सीमित ओवर फॉर्मेट के लिए उपलब्ध कराया है.' रायडू के इस फैसले से एचसीए के चीफ सेलेक्टर नोएल डेविड काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, 'ये हमारे लिए अच्छी खबर है. मुझे लगता है कि उनके अंदर अब भी क्रिकेट के पांच साल और बाकी हैं और युवाओं को तैयार करने के, जो कि हमारे लिए अहम है. पिछले साल उनके बिना हमने रणजी ट्रॉफी में संघर्ष किया था.'
नोएल डेविड ने कहा, 'रायडू का स्तर और अनुभव हैदराबाद के काम आएगा. उनके खेलने से अन्य खिलाड़ियों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि वह सभी प्रारूपों में खेलेंगे. मुझे यकीन है कि उन्हें हर तरफ से समर्थन मिलेगा.'
इस वजह से लिया था संन्यास
दरअसल, अंबति रायडू को वर्ल्ड कप के लिए रिजर्व खिलाड़ियों में रखा गया था. वर्ल्ड कप के दौरान सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और नंबर चार पर खेलने वाले विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद रायडू को टीम में नहीं शामिल किया गया. वहीं, ऋषभ पंत एवं मयंक अग्रवाल को उनकी जगह टीम में शामिल किया गया. इस बात से निराश होकर रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.
रायडू ने भारत के लिए 47.05 की औसत के साथ 55 वनडे में कुल 1,694 रन बनाए. उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 124 रन है. उन्होंने 3 शतक और 10 अर्धशतक भी लगाए. उन्होंने 6 टी-20 इंटरनेशनल भी खेले. इसमें उन्होंने 10.50 की औसत से केवल 42 रन बनाए. इसके अलावा 97 फर्स्ट क्लास मैचों में उनके नाम 6,151 रन हैं.