नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार को सऊदी अरब पहुंचे हैं. वह सऊदी अरब में कई कार्यक्रमों के अलावा कारोबार और निवेश के हिसाब से महत्वपूर्ण फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव (FII) के तीसरे संस्करण में भी शामिल होंगे. यह 29 से 31 अक्टूबर तक आयोजित हो रहा है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की दूसरी यात्रा है, जिसमें वह अन्य कूटनीतिक रिश्तों के साथ ही निवेश और आर्थिक विकास को गति देने की संभावनाओं को भी तलाशेंगे. क्या है कारोबार-निवेश कार्यक्रम FII और क्यों है महत्वपूर्ण? आइए जानते हैं.
फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव सऊदी अरब के रियाद शहर में आयोजित होने वाला एक सालाना निवेश मंच है. इसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था और निवेश वातावरण के ट्रेंड पर चर्चा होती है. इसका आयोजन सऊदी अरब के पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड (PIF) द्वारा किया जाता है. इसकी प्रतिष्ठा की वजह से इसे 'रेगिस्तान का दावोस' भी कहते हैं. गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में दुनिया के सबसे बड़े इकोनॉमी-बिजनेस के कार्यक्रम वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का आयोजन किया जाता है. पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड सऊदी अरब का मुख्य सॉवरेन यानी सरकारी वेल्थ फंड है, जिसको आर्थिक एवं सामाजिक सुधार कार्यक्रम के सऊदी विजन 2030 के परिप्रेक्ष्य में तैयार किया गया है.
फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखने वाले भारत के लिए भी यह आयोजन काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया के प्रमुख निवेशकों के सामने अपने यहां बन रहे अवसरों के बारे में बताने का मौका मिलेगा. पीएम मोदी मंगलवार शाम को इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता होंगे. कॉन्फ्रेंस में अपने संबोधन के बाद वह मॉडरेटर के साथ संवाद भी करेंगे. सऊदी अरब के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि वह इस मंच में वैश्विक निवेशकों के लिए भारत में बढ़ते व्यापार और निवेश के अवसरों के बारे में बताएंगे और उन्हें यह भी बताएंगे कि किस तरह से भारत 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने जा रहा है. इस कार्यक्रम में रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी सहित कई दिग्गज भारतीय कारोबारी भी शामिल हो सकते हैं.
इस सालाना निवेश कार्यक्रम का इस बार की थीम है-'व्हाट इज नेक्स्ट फॉर ग्लोबल बिजनेस' यानी वैश्विक कारोबार में आगे क्या होगा. सऊदी अरब के पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम एक उच्च स्तरीय प्लेटफॉर्म है जिसमें सऊदी अरब के नीति-नियंताओं और वैश्विक कारोबारी प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिलता है.
इसका पहला आयोजन अक्टूबर 2017 में हुआ था और तब NEOM को लॉन्च किया गया था, जो कि सऊदी अरब के उत्तर-पश्चिम में 500 अरब डॉलर के निवेश के साथ बनने वाला स्वतंत्र आर्थिक क्षेत्र था. इसका दूसरा सालाना आयोजन 23 से 25 अक्टूबर 2018 में किया गया. इस साल का आयोजन 29 से 31 अक्टूबर तक हो रहा है. इसमें दुनिया भर के इंडस्ट्री जगत के अगुआ, नीति-नियंता, एक्सपर्ट, निवेशक शामिल होते हैं और इस बात की चर्चा करते हैं कि किस तरह से वैश्विक समृद्धि और विकास को संभव बनाया जा सकता है.
कारोबार और निवेश के मुख्य कार्यक्रम के अलावा एफआईआई में तीन अन्य समिट भी होंगे, जिनमें इस बात पर विचार होगा कि कारोबार, मनोरंजन और समाज में बदलाव किस तरह से इनोवेशन को बढ़ावा दे रहे हैं और निवेश के अवसर तैयार कर रहे हैं. इस बार ऐसे पहले समिट में टेक्नोलॉजी, जनसांख्यिकी और कारोबारी मॉडल में नए विकास से कार्य की प्रकृति में बदलाव आ रहा है. दूसरा समिट इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट पर फोकस होगा और इस बात का परीक्षण किया जाएगा कि इनोवेशन, ग्लोबलाइजेशन और कंज्यूमर बिहेवियर से किस तरह से खेल, मनोरंजन और लीशर की दुनिया प्रभावित हो रही है.
तीसरे समिट में इस बात पर विचार होगा कि किस तरह से दुनिया भर की इंटरकनेक्टेड सोसाइटी और सरकारें इंटेलीजेंट सिस्टम, एडवांस मोबिलिटी, नए एजुकेशन मॉडल और शहरों एवं समुदायों में ज्यादा से ज्यादा सांस्कृतिक जागरूकता को अपनाने की कोशिश कर रही हैं.
पिछले साल FII के दौरान करीब 60 अरब डॉलर के समझौते हुए थे, जिनमें ऊर्जा, हाउसिंग, हेल्थकेयर और आईसीटी जैसे सेक्टर में बड़ी निवेश घोषणाएं शामिल थीं. इसके पहले पीएम मोदी साल 2016 में रियाद गए थे, तब उन्हें सऊदी अरब का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया था.