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कोरोना संक्रमण के दौरान चल रहे लॉकडाउन में ये क्या कर रहे हैं लोग

इनके लिए कैसे अवसर बन गया कोरोना वायरस का कहर

भोपाल. देश में चल रही कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोग इन दिनों तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। ऐसे में कोई प्रार्थना कर रहा है, कोई भगवान की शरण में पहुंच रहा है तो कोई उनके गुणगान में लगा है। कहा जाता है कि आपकी इच्छाशक्ति प्रबल हो तो कोई भी काम कठिन नहीं होता है। इस कहावत को राजधानी के कोलार निवासी और समाज सेविका रोहिणी शर्मा चरितार्थ कर रही हैं। इन दिनों देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर जहांं अधिकतर लोग लॉकडाउन को लेकर परेशान हैं, वहीं रोहिणी शर्मा ने इसे अवसर मानते हुए लॉकडाउन के हर एक दिन का सदुपयोग किया। इसी तारतम्य में रोहिणी शर्मा ने शनिवार को 1008 सुंदरकाण्ड पाठ का आयोजन करवाया।

अपने-अपने घरों में रह कर किया सुंदरकांड का पाठ
इस मौके पर उन्होंने लोगों को उनके स्थान में ही रहकर सुंदर कांड पाठ का संकल्प लेने के लिए कहा। पहले यह संकल्प 108 सुंदरकाण्ड पाठ का था। लोगों के मिल रहे समर्थन और उत्साह को देखते हुए 1008 बार सुंदरकाण्ड पाठ आयोजन किया गया। इनके इस संकल्प में राजधानी भोपाल सहित देश के विभिन्न शहरों जिनमें इंदौर, जबलपुर, जोधपुर, जयपुर, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई आदि से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

एक हजार से भी ज्यादा लोगों ने लिया भाग
इस ऑनलाइन सुंदरकांड पाठ के आयोजन में 1000 से भी अधिक लोगों ने मिलकर 1008 पाठ करने का रिकार्ड बनाया। इस आयोजन में सामिल सभी लोगोंं का एक ही मकसद समाज कल्याण और देश में आई कोरोना महामारी जैसी विपत्ति को दूर करना था। बता दें कि रोहिणी शर्मा राजधानी भोपाल में एक ऐसा नाम है, जो हमेशा समाज और लोगों के लिए हर समय मदद के लिए तैयार रहती हैं। समय और परिस्थितियों के अनुसार विभिन्न प्रकार की भूमिकाएं निभाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बच्चों को ऑनलाइन दिलवा रहीं शिक्षा
इन दिनों देश पर आई इस विपत्ति के मौके पर रोहिणी शर्मा बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग-अलग विषय के शिक्षकों की व्यवस्था कर ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दिलवा रहीं है। इसके साथ ही मरीजों को ऑनलाइन डॉक्टर से बात करवा कर उनके उपचार सहित परामर्श दिलवा रही हैं।

बुजुर्गों और महिलाओं को सिखवा रहीं योग
इनके प्रयासों से बुजुर्गों और महिलाओं के लिए योग कक्षा का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय प्रचीन विद्याओं जिसमें संस्कृत, ज्योतिष आदि का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ध्यान, ऑनलाइन काउंसिलिंग आदि की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोगों को लॉकडाउन के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके साथ ही गरीबों और मजबूरों के लिए भोजन कपड़े, दवा आदि की भी व्यवस्था कराई जा रही है। बता दें कि यह सब रोहिणी शर्मा की दिनचर्या का एक हिस्सा बन चुका है, जिसे वे बाखूबी निभा रही हैं।

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