मध्य प्रदेश

कोरोना की आड़ में एम्स प्रबंधन द्वारा मुख्य मार्ग पर दीवार उठाने की साजिश

पिपलिया पेदें खां के रहवासियों का विरोध, शासन-प्रशासन से लगाई गुहार

भोपाल. कोरोना की आड़ में वार्ड 57 स्थित पिपलिया पेदें खां के रहवासियों का मुख्य मार्ग अवरुद्ध करने एम्स प्रबंधन ने पहले जहां प्रमुख निकासी मार्ग पर दो स्थानों पर नालीनुमा गहरे गड्ढे खोदे दिए वहीं एम्स प्रबंधन क्षेत्रीय रहवासियों का निकासी मार्ग पूरी तरह बंद करने कोरोना की आड़ में दीवार उठाने की साजिश कर रहा है।

एम्स प्रबंधन द्वारा प्रमुख मार्ग पर दीवार उठाने का काम शुक्रवार दोपहर में शुरू किया गया। दीवार उठाने नालीनुमा गहरे गड्ढे के पास ईंट-रेत सहित अन्य सामग्री रखकर ठेकेदार को दीवार उठाने को कहा। इसकी भनक ग्राम पिपलिया क्षेत्र के रहवासियोंं को लगते ही वहां गांव के सैकड़ों लोग विरोध जताने मौके पर पहुंच गए।

विरोध के बाद भाग खड़ा हुआ ठेकेदार
क्षेत्रीय वासियों द्वारा विरोध जताने के बाद दीवार उठाने की तैयारी में जुटा ठेकेदार भाग खड़ा हुआ, लेकिन ग्रामवासियों द्वारा मामले की सूचना बागसेवानिया थाना टीआई शैलेष शर्मा, एसडीओपी अमित त्रिपाठी को दी। सूचना मिलते ही उक्त अधिकारी दल-बल के साथ घटना स्थल पहुंचे। इस मौके पर तहसीलदार मनीष शर्मा भी उपलब्ध हो गए।

क्षेत्रीय रहवासियों के पुरजोर विरोध के बाद अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि एम्स प्रबंधन फिलहाल दीवार नहीं उठेगी। लेकिन इस बात का निर्णय लॉकडाउन खुलने यानी 20-25 दिन बाद होगा।

एम्स प्रबंधन कर रहा साजिश
पिपलियां पेदें खां के रहवासियों ने एम्स प्रबंधन इस कार्यप्रणाली को साजिश करार देते हुए कहा हैं जब एम्स प्रबंधन के केंद्रीय दल द्वारा पूर्व में यहां आकर रहवासियों को निकासी मार्ग अवरूद्ध नहीं करने की बात की गई,तो भोपाल एम्स प्रबंधन क्यों यहां के रहवासियों का वर्षों पुराना प्रमुख निकासी मार्ग बंद करने में जुटा हुआ है।

लोगों से की जा रही धोखाधड़ी
क्षेत्रीय रहवासीय राजेश चौकसे पटेल के अनुसार एम्स प्रबंधन बोल कुछ रहा है और कर कुछ रहा है। दीवार उठाने की कोशिश प्रबंधन की खिनौनी साजिश को उजागर कर रही है। एम्स प्रबंधन पिपलिया पेंदे खां के रहवासियों से सरेआम धोखाधड़ी कर रहा है।

वर्षों पुराना है यह रास्ता
रहवासी लीलाकिशन चौकसे के अनुसार पिपलिया पेंदे खां ग्राम के रहवासियों के लिए सालों-साल सहज और सुगम मार्ग यहीं है जिसे बंद करने की साजिश हो रही है। ग्राम में बच्चे-बुढ़े और नौजवान इसी मार्ग से आते-जाते हैं। इस मार्ग के अलावा और दूसरा सुगम मार्ग नहीं है। एक मार्ग है लेकिन रहवासियों को ढ़ाई किलो मीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा।

इसके अलावा इस रास्ते में सन्नाटे का माहौल सदैव बना रहा है। अत: आसामाजिक के जमावड़ा रहने से लूट-घसोट से आपराधिक घटनाएं घटित होने की प्रबल संभावना है।

पहले गड्ढा खोदा अब दीवार उठाने की जाजिश
रहवासी के.रहीम और जहीर अहमद कहते हैं कि कोरोना की आड़ में सबसे पहले जहां एम्स प्रबंधन ने रहवासियों के मुख्यमार्ग बंद करने गड्ढा खोदा, वहीं अब दीवार उठाने की साजिश कोशिश की जा रही है। एम्स प्रबंधन द्वारा रहवासियों के मार्ग को अवरुद्ध करने इजाद किए गए इस तरीके से क्षेत्र के रहवासी आक्रोशित है। रहवासियों के अनुसार केंद्र सरकार और राज्य के दिशा-निर्देशों और लॉक डाउन का पालन कर रहे रहवासी को आपदा की इस घड़ी में एम्स प्रंबधन उनके सामने नई समस्या और संकट उत्पन्न कर रहा है।

रहवासियों ने शासन से लगाई गुहार
पिपलिया पेदें खां ग्राम के रहवासियों ने शासन-प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि वर्षों पुराना मुख्य निकासी मार्ग को बंद नहीं करने दिया जाए। रहवासियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाई कि पिपलिया ग्राम में निवासरत करीब 10 हजार से अधिक की आबादी है। एम्स प्रबंधन द्वारा मार्ग बंद करने की,कि जा रही साजिश रहवासियों के सामने आपदा की इस घड़ी में प्रमुख समस्या बन खड़ी है। लोगों ने शासन-प्रशासन से अनुरोध किया है कि मामले में हस्ताक्षेप कर रहवासियों के मुख्य निकासी मार्ग को अवरुद्ध होने से रोका जाए।

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