नई दिल्ली
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली की नई सरकार का आज शपथग्रहण हो गया। केजरीवाल ने जहां सीएम पद की शपथ ली तो वहीं, 6 अन्य विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली जिसमें मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं। दिल्ली की इस नवगठित सरकार के मुखिया केजरीवाल समेत 5 मंत्री करोड़पति हैं जबकि 2 मंत्री लखपति हैं। केजरीवाल के इस मंत्रिमंडल की औसत आयु 47.2 साल है।
मंत्रिमंडल में गहलोत के पास सबसे ज्यादा और गोपाल राय के पास सबसे कम संपत्ति
दिल्ली सरकार में सबसे अमीर मंत्री नजफगढ़ से विधायक 45 वर्षीय कैलाश गहलोत हैं और सबसे कम संपत्ति गोपाल राय के पास है। असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट के मुताबिक गहलोत ने 46.07 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति होने की जानकारी दी है। इनके बाद संपत्ति के मामले में दूसरे नंबर पर शकूर बस्ती से विधायक 55 वर्षीय सत्येंद्र जैन हैं। उन्होंने 8.07 करोड़ रुपये की अपनी संपत्ति बताई है। तीसरे नंबर पर खुद 51 वर्षीय सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। उनके पास 3.44 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है।
वहीं, सीमापुरी (सुरक्षित) सीट से विधायक 51 वर्षीय राजेन्द्र पाल गौतम ने 1.88 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की घोषणा की है। बल्लीमारान से विधायक 38 साल के इमरान हुसैन ने 1.41 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की है। सरकार में नंबर 2 माने जाने वाले मनीष सिसोदिया और बाबरपुर से विधायक गोपाल राय लखपति हैं। 44 वर्षीय राय के पास 90.01 लाख रुपये की संपत्ति है तो पटपड़गंज से विधायक 47 वर्षीय सिसोदिया 93 लाख की संपत्ति के मालिक हैं।
दिल्ली के नवगठित मंत्रिमंडल की औसत आयु 47.2 वर्ष है। केजरीवाल के मंत्रिमंडल में एक मंत्री की उम्र 40 साल से कम है, तीन मंत्रियों की उम्र 40 साल से अधिक है। वहीं, तीन मंत्रियों की आयु 50 साल से अधिक है।
मंत्रियों की शिक्षा की बात करें तो खुद सीएम अरविंद केजरीवाल इंजिनियर हैं। केजरीवाल ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में बताया है कि उन्होंने 1989 में IIT खड़गपुर से बीटेक (मकैनिकल इंजिनियरिंग) किया है। मनीष सिसोदिया ने अपने हलफनामे में बताया कि उन्होंने 1993 में भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। कैलाश गहलोत के शपथ पत्र के मुताबिक, उन्होंने 2002 में दिल्ली विश्वविद्लाय से एलएलबी की डिग्री हासिल की है।
वहीं, सत्येंद्र जैन ने हलफनामे में बताया कि उन्होंने 1991 में असोसिएट मेंबरशिप ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट बाय एग्जामिनेशन (B.Arch. के समकक्ष) किया है। दिल्ली सरकार में सबसे युवा मंत्री इमरान हुसैन ने 2005 में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज़ की डिग्री हासिल की है। राजेंद्र पाल गौतम ने 1993 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली है, तो गोपाल राय ने 1998 में लखनऊ विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में एमए किया है।
आपको बता दें कि दिल्ली में विधानसभा की कुल क्षमता के 10 फीसदी विधायक ही मंत्री बन सकते हैं। इस लिहाज से राष्ट्रीय राजधानी में मंत्रियों की अधिकतम संख्या मुख्यमंत्री समेत सात हो सकती है, क्योंकि विधानसभा में 70 सीटें हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए 8 फरवरी को मतदान हुआ था और 11 फरवरी को नतीजे आए थे। इन नतीजों में सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी (आप) को 62 सीटें मिली थी और बीजेपी को सिर्फ 8 सीटों से संतोष करना पड़ा था। वहीं, 15 साल तक दिल्ली में सरकार चलाने वाली कांग्रेस को इस बार भी कोई सीट नहीं मिली। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस खाता खोलने में नाकाम रही थी।