नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये डेनमार्क के कोपेनहेगन में आयोजित होने वाले सी-40 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन को को संबोधित किया। सी-40 सम्मेलन में भाग लेने की केंद्र द्वारा अनुमति न मिलने के बाद केजरीवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सत्र को संबोधित करने का निर्णय लिया था।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपने संबोधन में उन्होंने जलवायु परिवर्तन और वायु-प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की। इस दौरान उन्होंने पर्यावरणविद् ग्रेटा थनबर्ग के प्रयास और उसे दुनियाभर से मिल रहे समर्थन की सराहना की।
इसके साथ ही उन्होंने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली में ऑड-ईवन लागू के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह यह योजना दिल्ली में पहले सफल रही थी।
सुनें अरविंद केजरीवाल का पूरा भाषण
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार डेनमार्क के कोपेनहेग में जलवायु सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए सी-40 वायु गुणवत्ता घोषणा पत्र के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए विशेष कार्यबल का गठन करेगी। केजरीवाल ने दुनिया के विभिन्न शहरों के मेयरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संयुक्त सम्मेलन को संबोधित किया, जिसमें सी-40 स्वच्छ वायु शहर घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
दिल्ली के प्रदूषण में 25 प्रतिशत की गिरावट
केजरीवाल ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं खुद यहां उपस्थित होना चाहता था, लेकिन अपरिहार्य परिस्थितियों के चलते ऐसा नहीं हो सका। मुख्यमंत्री ने सी-40 घोषणा में शामिल होने पर खुशी जताते हुए कहा कि दिल्ली के दो करोड़ लोगों के समर्थन से ऐसा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में, हम मेरी अध्यक्षता में सी-40 वायु गुणवत्ता घोषणा पत्र के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए विशेष कार्यबल का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि पिछले कई सालों से दिल्ली उच्च प्रदूषण से संघर्ष कर रही थी, लेकिन अब पिछले तीन साल में इसमें 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। सी-40 नेटवर्क दुनियाभर के 90 से अधिक अग्रणी शहरों को आपस में जोड़ता है, जिसका लक्ष्य जलवायु से जुड़े बड़े कदम उठाकर स्वस्थ और अधिक स्थायी भविष्य का निर्माण करना है।
गौरतलब है कि केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया था, ''सी-40 कोपेनहेगन आयोजकों के अनुरोध पर मैं वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये समिट से जुड़ने वाला हूं। क्लीन एयर डिक्लेरेशन को लॉन्च करने के लिए दुनिया के मेगासिटी के मेयर्स के साथ पीसी को संबोधित करुंगा।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे 'ब्रिद डीपली' सत्र में दिल्ली की प्रदूषण से लड़ने की कहानी को भी साझा करेंगे।''
बुधवार के दिन दिल्ली सरकार को केंद्र की नामंजूरी की जानकारी मिली थी। मंजूरी न देने को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उन्हें अनुमति इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि यह समिट 'मेयर-स्तरीय' प्रतिभागियों के लिए है।